आइये .....!!! भारत बदलें ....
Let's Change India ....
Solutions by Manojj Kr. Vishwakarma................... .....
तलाक के केस में पत्नी कि चालाकी ख़तम करने के सुझाव -----
मेरा केस दर्ज होने के बाद से( 25/12/2009 ) आज तक मैंने ससुराल से लेकर पूर्व पत्नी से कोई भी बात नहीं की. आज वे मानसिक रूप से इतने टूट चुके है की बार -२ दूसरों के माध्यम से केवल एक बार मिलने का मौका देने की मिन्नतें कर रहे हैं. लेकिन ऐसे गद्दार लोगों को सहानुभूति के नाते भी कोई मौका नहीं मिलना चाहिए. अगर मैंने उसको छोड़ दिया तो किसी और की जिंदगी बर्बाद करेगी. ऐसी औरतों को उसी तरह भूल जाओ जैसे केंसर के बाद शारीर के अंग को काट कर भूल जाते हैं. .
जब पत्नी ने कोर्ट में वकीलों के बहकावे पर ये कहा की वो मेरे साथ रहना चाहती है तो ,मैंने कोर्ट में जज से सवाल किया था कि--
देश और दुनियां का कौन सा ऐसा कानून , कोर्ट, वकील और जज है जो प्यार और विश्वास दे सकता है .............????? जज साब मेरे लायक तो बची नहीं . जिसको ( जिन्होंने झूठा केस करवाने में योगदान दिया जैसे वकील, महिला सेल , सरपंच ,प्रधान ) अच्छी लगे वो अपने घर ले जाये.
एक दम सन्नाटा छा गया . ऐसी गद्दार औरतों को सबक सिखाओ . अपने बच्चों को भूल जाओ क्यों कि आपको तो कोई अधिकार है ही नहीं ........???. फिर याद कर के कर भी क्या सकते हो ....?????
अगर आप मेरे सुझावों से सहमत है तो जन-२ तक इसे पहुचाएं ..................
तलाक के केस में पत्नी कि चालाकी ख़तम करने के सुझाव -----
मेरा केस दर्ज होने के बाद से( 25/12/2009 ) आज तक मैंने ससुराल से लेकर पूर्व पत्नी से कोई भी बात नहीं की. आज वे मानसिक रूप से इतने टूट चुके है की बार -२ दूसरों के माध्यम से केवल एक बार मिलने का मौका देने की मिन्नतें कर रहे हैं. लेकिन ऐसे गद्दार लोगों को सहानुभूति के नाते भी कोई मौका नहीं मिलना चाहिए. अगर मैंने उसको छोड़ दिया तो किसी और की जिंदगी बर्बाद करेगी. ऐसी औरतों को उसी तरह भूल जाओ जैसे केंसर के बाद शारीर के अंग को काट कर भूल जाते हैं. .
जब पत्नी ने कोर्ट में वकीलों के बहकावे पर ये कहा की वो मेरे साथ रहना चाहती है तो ,मैंने कोर्ट में जज से सवाल किया था कि--
देश और दुनियां का कौन सा ऐसा कानून , कोर्ट, वकील और जज है जो प्यार और विश्वास दे सकता है .............????? जज साब मेरे लायक तो बची नहीं . जिसको ( जिन्होंने झूठा केस करवाने में योगदान दिया जैसे वकील, महिला सेल , सरपंच ,प्रधान ) अच्छी लगे वो अपने घर ले जाये.
एक दम सन्नाटा छा गया . ऐसी गद्दार औरतों को सबक सिखाओ . अपने बच्चों को भूल जाओ क्यों कि आपको तो कोई अधिकार है ही नहीं ........???. फिर याद कर के कर भी क्या सकते हो ....?????
अगर आप मेरे सुझावों से सहमत है तो जन-२ तक इसे पहुचाएं ..................
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