Wednesday, 31 May 2017

जजों के भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ लड़ाई ने, वकील बनने को मजबूर कर ही दिया...............

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

पिछले कई दिनों से मुझ पर काम का आत्याधिक दबाब था. मुझे हाई कोर्ट में अपना केस डालना था, ताकि नारनौल के जजों के फर्जीवाड़े पर, कानूनी कार्यवाही भी हाई कोर्ट के स्तर पर चलती रहे . मुझे अपने ही केस, जो कि नारनौल के जजों कोर्ट में चल रहे हैं, उनको किसी और जिले के कोर्ट में ट्रान्सफर करवाने के लिए हाई कोर्ट में केस डालना था. क्योकि मैंने अभी तक हाई कोर्ट में कोई केस नहीं डाला था, इसलिए नारनौल के जजों के हौसले, कुछ ज्यादा ही बुलंद हो गए थे.............??? कई जजों के फर्जीवाड़े पकड़ने के कारण, जानबूझकर मुझे लीगल ऐड से वकील ही नहीं दिया जा रहा था . आर्थिक कारणों से हाई कोर्ट नहीं जा सके थे . हम इस नकारात्मक लड़ाई में उलझकर उपनी रचनात्मकता को ख़त्म नहीं करना चाहते थे . ये एक विशेष काबिलियत है जोकि --- कई करोड़ लोगों में से किसी विरले को ही नसीब होती है . सच को झूठ और झूठ को सच में बदलने का काम, कोई बहुत बढ़िया काम नहीं है. लेकिन एक अच्छे और स्वस्थ समाज के निर्माण में, निष्पक्ष न्यायप्रणाली की बहुत बड़ी भूमिका और जरुरत होती है. दुर्भाग्य से इस देश में आज ऐसे लोगो की बहुत बड़ी कमी है, जिसके कारण पीड़ित लोग न्याय के लिए तरस रहे हैं. लेकिन जजों के भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ लड़ाई ने, आख़िरकार हमें वकील बनने को मजबूर कर ही दिया और ये हाई कोर्ट में मेरा पहला केस है जो मैंने डाला है, इसलिए थोड़ी दिक्कत आ रही थी. अगले केसों में अब ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी. इस लड़ाई में कई लोगों का विशेष योगदान रहा है, जोकि पर्दे के पीछे से, हमारे साथ हर संभव मदद कर रहे हैं और करते रहेंगे. जजों के खिलाफ वकील तो केस लड़ने से रहे, इसलिए अब हम अपने केस हाई कोर्ट चंडीगढ़ में खुद ही लड़ेंगे.

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