Monday, 29 May 2017

मेरी कार्यवाही का असर ................

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....


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साधारणतया गुजाराभत्ता के केस में पति को जैल से जज के सामने पेश किया जाता है और जज सवाल करता है कि पैसे जमा करवा रहे हो या वापिस जैल ...........!!!
लेकिन मुझको जज के सामने लेकर ही नहीं गए .............ना किसी ने मेरी जमानत दी...........
मैंने तो ये लिखा था कि मेरी इच्छा है कि --- मेरी अर्थी जैल से निकले ............ 15 वे दिन फटाफट जैल से बाहर निकाल दिया .
इनके नाक में दम करना पड़ेगा. ......................और जल्दी जैल से बाहर आ गया .मुझसे क्यों टेंशन होती है कि-- मैंने लिख कर कलम से उलझा रखे हैं , जब आप कोशिश करोगे तब ही कुछ होगा ना ....................!!! \


बिना किसी कि शिफारिश के केवल अपने दम पर .............!!! अगर किसी के पास ऐसा उदहारण हो तो हमें जरुर बताएं ........................
Regard's
Manojj Kr. Vishwakarma... न्याय--- पुरुष
Social Activist, RTI Activist & Scientist
A Responsible Citizen of Nation.......

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