आईये.... .....!!! भारत बदलें ....
Let's Change India ....
अरे भाई साहब.......!!! ये तो गुलामी से भी गन्दा दौर है ..............
हमें भोगी राम जी, हरमीत सिंह टिंकू, प्रणव शर्मा और ऐसे कई और नाम जैसे भाइयों से प्रेरणा लेनी चाहिए कि – ये भाई लोग, कोर्ट के एम्प्लोयी होते हुए भी
अन्याय का विरोध कर रहे हैं ( जब कि जज लोग इनको किसी भी हद तक परेशान कर सकते हैं ) ....................... और दुसरे लोग जो कि जजों के अन्याय के
खिलाफ, लड़ने की बजाय इनके अत्याचार के सामने घुटने टेक देते हैं. इसीलिए इन जजों की मनमानी और गुंडागर्दी बढ़ रही है .
--- क्या कोर्ट में पिने का पानी की सुविधा की मांग करना , स्टेशनरी की मांग करना , बीमार बच्चों के ईलाज करवाने के लिए छुट्टी की मांग करना भी गुनाह है ..........???
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