CJI तीरथ सिंह ठाकुर चीफ
जस्टिस सुप्रीम कोर्ट की नियत अगर ईमानदार है तो, लॉ कमीशन की रिपोर्ट नम्बर – 230 दिनांक -- 05/08/2009 को लागु क्यों नहीं करते ...................???. उनके हाथ किसने बांध रखे हैं .............??? जिसमे
अंकल जजों को उनके राज्य से बाहर
ट्रान्सफर किया जायेगा ...................
My lord, CJI ने आज फिर 1987 Law Commission की रिपोर्ट का हवाला दे कर एक बार फिर emotional statement देते हु judges की संख्या बड़ा कर 70000 करने की अपील की लेकिन हम सब जानते हैं की उनका ज़्यादा concern HC/SC judges से है जहाँ वो जल्द से जल्द अपने लोगों को appoint करना चाहते हैं।
Mylord, आपकी सारी बातें ठीक हैं और सारे देश ने आपकी सारी जायज़ और नाजायज़ बातें सुनी और मानी हैं। आपने constitution के against judges की appointments अपने हाथ में ली और सारे अपने बच्चों को ज़बरदस्ती judges बना दिया, फिर भी सब ने चुपचाप सहा और बर्दाश्त किया। आप सिर्फ़
Law Commission की Report No. 230 dated 05.08.2009 implement कर दें और सब 'uncle judges' को उनकी state से बाहर transfer कर दें। मेरे personal opinion से courts की disposal बहुत बड़ जाएगी क्योंकि local judges के personal interest की वजह से एक तरफ़ जहाँ pendency भी बड़ रही है वहाँ disposal भी नहीं होती।
rules are not followed in judiciary. If chief justice have any solution to follow the rules in judiciary
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