Saturday, 25 June 2016

पुरुषों से बराबरी की मांग करने वाली महिलाओं को,..... हम आर्मी में 50 % आरक्षण देकर , लेह लद्दाख में पोस्टिंग करेंगे, कितनी औरतें जाना चाहेंगी ....................???


मर्दों से बराबरी के अधिकार की बात करने वाली,  महिला सशक्तिकरण के नाम पर शोर शराबा करने वाली औरतें,.... और महिला आयोग वाली आंटी   आर्मी की नौकरी करके, लेह लद्दाख में  काम करने के लिए 50 % आरक्षण की मांग क्यों नहीं करती ..........???,.....  

पुरुषों से बराबरी की मांग करने वाली महिलाओं को,..... हम आर्मी में 50 % आरक्षण देकर , लेह लद्दाख में पोस्टिंग करेंगे, कितनी औरतें जाना चाहेंगी ....................???

पूरे हिंदुस्तान में से शायद एक भी नहीं.................

इनको आर्मी में 50 % आरक्षण देकर , लेह लद्दाख में पोस्टिंग करो.

चंडीगढ़ हाई कोर्ट की जज रेखा मित्तल के पति S K Mittal IRS को सीबीआई ने किया गिरफ्तार ..................

Justice Rekha Mittal's husband S.K mittal an IRS and commissioner income tax was arrested by CBI in prevention of croupption act in nation vide swoop. 
Mr S.K Mittal was ex almus of Punjab Engg college of late 80s batch was practicing C.A in punchukulla before opting for IRS service cadre .He was posted in punchkulla and later was transferred to channai and recently to Delhi.
The question now arises that wife being high Court justice of Punjab haryana high Court chandigarh being custodian of law and other side his husband being a public servant for the protection of govt of india revenue agency indulging in croupption. The last information from public sources says Mr S.K mittal arrested Income tax official earning was more than 1 crore every month from unknown sources.The question also arises every that money was coming in same house where justice rekha mittal share the house with her husband why she did not informed such illegal activities in her house.We all know it was not easy to raid a sitting justice house with out permission from chief justice of punjab and haryana high court.
The list is increasing day by day first it was justice Hemant Gupta in PMLA Act with Mittal brothers than Justice sabeena in murder case of sippy sidhu and now Justice Rekha Mittal husband.
Now govt of india must decide how to deal with three sitting high Court justice s?These three judges must either resign or impeached in interest of justice.
The reference is below...........
Nine senior Income Tax officials in CBI net
In a countrywide operation, CBI has registered a case against nine senior Income Tax officials including Principal Commissioner Income Tax, Delhi S K Mittal and three private persons for allegedly indulging in corrupt practices.
The agency is carrying out searches at 17 locations in Delhi, Mumbai, Bangalore, Chennai, Hyderabad and Khammam today.
The agency has registered case against Income Tax officials Mittal, Additional Commissioner (exemption) Bangalore T N Prakash, Deputy Commissioner (Investigation) Chennai S Murali Mohan, Commissioner (audit-2) Chennai Vijayalakshmi, Additional Commissioner Mumbai S Pandian, Commissioner (DR) ITAT Mumbai G Lakshmi Baraprasad, Additional Director General (systems-4) Ghaziabad Vikram Gaur and Additional Director (investigation) Mumbai Rajendra Kumar, CBI sources said.

आइये..........!!! जाने देश के IIT का हाल और उनके छात्रों की हकीकत .......................

देश के उच्च तकनीकी संस्थान IIT  और उनके छात्रों की हकीकत को बयाँ करता ......... विचारणीय लेख.......
हम इसीलिए ही तो पिछड़े हुए हैं.............हमारी शिक्षा ही हमें कुछ नया करने से रोककर, हमें रट्टू तोता बना रही है. साइंटिस्ट की बजाय क्लर्क पैदा कर रही है,,,............................... .  


क्या भारत सरकार को आईआईटी के प्रोफेसरों को स्तरीय पुस्तकें लिखने के लिए अनुदान नहीं देना चाहिए...............???   ताकि पूरे देश के छात्र लाभान्वित हों वैसे ही जिस तरह NCERT की अच्छी पुस्तकें लिखी जाती हैं।

कितने आईआईटी .................???

केंद्रीय कैबिनेट ने छः नए आईआईटी 'बनाने' के प्रस्ताव को पारित कर दिया है। किसलिये.........??? ज़ाहिर है जनसंख्या बढ़ रही है, सबके साथ सबका विकास करना है। लेकिन शोचनीय है कि क्या इस तरह से आईआईटी खोलना-- मानो आईआईटी नहीं राशन की दूकान हो गए हैं-- वास्तव में हितकर है? क्या उच्च तकनीकी शिक्षा वास्तव में सभी का अधिकार है? इस परिप्रेक्ष्य में पहले इस पर विचार करना जरूरी है कि सभी विज्ञान के छात्र जो आईआईटी में पढ़ना चाहते हैं क्या सचमुच उनके अंदर विज्ञान और तकनीक के प्रति प्रेम होता है...........???

इसका उत्तर खोजने के लिए ज्यादा दूर मत जाइए।   आपके शहर में कोचिंग संस्थान वाले इलाके में चले जाइये और उन मुरझाये चेहरों वाले बच्चों की आँखों में झाँक कर देखिये। उसमें आपको एक अजीब सी छटपटाहट और उदासीनता दिखाई देगी। उन नीरस आँखों में आईआईटी में पढ़ने का सपना तो होता है लेकिन वो आँखें विज्ञान और तकनीक में अंतर नहीं समझतीं। वो ये नहीं समझते कि 'इंजीनियरिंग' की पढ़ाई करने के बाद उन्हें बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी की डिग्री क्यों दी जाती है ................???   जबकि उनके विषय तो मौलिक विज्ञान के होते हैं। उनके सामने कोई रोल मॉडल नहीं होता....................  उन बच्चों का दिमाग स्वतंत्र रूप से सोच नहीं सकता.................    वे विज्ञान के किसी एक विषय के प्रति संवेदनशील नहीं होते ......................  जो शोधपरक मानसिकता के लिए अनिवार्य स्थिति है।

 बच्चे आईआईटी में केवल इसलिए जाना चाहते हैं ताकि वहाँ से पढ़ने के बाद उन्हें बढ़िया 'पैकेज' मिल जाए। विज्ञान के प्रति रुचि न होना और मौलिक शोध में लगातार घट रही गुणवत्ता को भारत रत्न से सम्मानित प्रो० सी एन आर राव ने करीब दस वर्ष पहले 'alarming' की संज्ञा दी थी। इस मुद्दे पर अभी नहीं तो कभी नहीं वाली रणनीति अपना कर युद्ध स्तर पर कार्य करना होगा वरना आगे चलकर देश का विकास रुक जायेगा। विकलांग 'शोध' के सहारे गतिमान विकास की कल्पना नहीं की जा सकती; R&D दोनों साथ चलते हैं।
हमारे कोचिंग के एक मास्टर साहब जब गुस्सा होते थे तो खूब खरी खोटी सुनाते थे। वे हम लोगों से कहते थे कि "सरकार की नीति है Education for all... Why education for all................???  जिसको पढ़ने में रुचि ही नहीं है उसे क्यों पढ़ाया जाता है..............???" मास्टर साहब डांटते हम लोगों को थे लेकिन दरअसल वे अनजाने में ही स्कूल स्तर की खामियाँ उजागर करते थे जिनकी वजह से बच्चों में विज्ञान तकनीक के प्रति रुचि लगभग नगण्य होती है। सन् 2014 का गणित का नोबेल कहे जाने वाले Fields Medal से सम्मानित प्रो० मन्जुल भार्गव को प्रणय रॉय ने एनडीटीवी पर बुलाया था। उस कार्यक्रम में प्रो० भार्गव ने कहा कि जब वे भारत में स्कूल में पढ़ते थे तो गणित उन्हें उबाऊ लगता था क्योंकि अध्यापक प्रश्न हल करने का प्रायः एक ही तरीका बताते थे। जब भार्गव अमेरिका गए तो वहाँ उन्होंने एक समस्या को हल करने के कई तरीके जाने क्योंकि वहाँ प्रयोग करने की खुली छूट थी।      छोटे शहरों में रहने वाले हमारे बच्चे विश्वेश्वरय्या, शांति स्वरूप भटनागर और आचार्य पी सी रे का नाम तक नहीं जानते। वे ये भी नहीं जानते कि राजा रमन्ना ने अणुशक्ति कैसे अर्जित की और सन् 2005 में प्रो० सुदर्शन को नोबेल क्यों नहीं मिला था....................???   

 अब तो मौलिक विज्ञान के उच्च शिक्षण संस्थानों जैसे कि भारतीय विज्ञान संस्थान में भी इंटर के बाद अच्छी स्कॉलरशिप के साथ सीधा प्रवेश मिलता है। आईआईटी के अलावा NISER, UM DAE CBS, IISER, प्रशांत चन्द्र महालानोबिस द्वारा स्थापित Indian Statistical Institute तथा मद्रास में Chennai Mathematical Institute के बारे में अधिकांश छात्रों को जानकारी ही नहीं होती..............!!! 

आईआईटी में पढ़ने की ललक एक अजीब सी भेड़चाल है जो आविष्कार और नवोन्मेष का बीज पनपने ही नहीं देती। एक विचित्र सा ट्रेंड और देखने को मिलता है कि आईआईटी में पढ़ने वाले लोग विज्ञान तकनीक से इतर कई सारे शौक पाल लेते हैं। कोई लेखक बन जाता है तो बहुत से लोग तो ऐसे भी हैं जो आईआईटी जैसे संस्थान में पढ़ने के बाद अध्यात्म की तरफ मुड़ जाते हैं।     

ऐसे समय में जब देश को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में उच्च स्तरीय cutting edge technology की जरूरत है उस समय हम ये देखते हैं कि नई ऊँचाइयों पर पहुँचते इसरो तथा परमाणु ऊर्जा विभाग के अधिकांश वैज्ञानिकों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि आईआईटी की नहीं है। सेना के लिए तकनीकी दक्षता का निर्माण करने वाले DRDO की तरफ कोई भी आईआईटीयन देखना भी नहीं चाहता।     यहाँ कारण भिन्न है किंतु कारक वही है-- शोध में रुचि न होना।      प्रसिद्ध रक्षा विशेषज्ञ व अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकार स्टीफेन कोहेन ने अपनी महत्वपूर्ण पुस्तक Arming without Aiming में लिखा है कि भारत में उच्च तकनीकी शिक्षा के संस्थानों में राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा विज्ञान जैसे विषय पढ़ाये जाने चाहिए ताकि तकनीक के साथ मौलिक रणनीतिक-सामरिक विचार भी विकसित हो सकें।     आईआईटी से निकले बहुत कम छात्र पीएचडी करने के बारे में सोचते हैं। उनमें से भी बहुत कम भारत में रहकर पीएचडी करना चाहते हैं।    कुछ साल पहले का ही आंकड़ा है कि आईआईटी कानपुर के मात्र 60 प्रतिशत पीएचडी छात्र इस बात से सन्तुष्ट थे कि वे आईआईटी से पीएचडी कर रहे हैं जिसके बाद उन्हें नौकरी मिल जायेगी। इनमें से अधिकांश छात्र वे हैं जिन्होंने आईआईटी से बैचलर या मास्टर नहीं किया था।       

आईआईटी मद्रास जैसे संस्थानों में पंच वर्षीय मानविकी के कोर्स चलाना एक बेमतलब का काम है जो संभवतः इस तरफ इशारा करता है कि आईआईटी में वैचारिक स्वतंत्रता के नाम पर कोई भी कोर्स चलाने की इजाजत है परन्तु आईआईटी से निकले छात्र समाज को क्या देंगे ................???   इसका उत्तरदायित्व किसी पर नहीं है।

 विश्व के आधुनिकतम तकनीकी शिक्षण संस्थानों में आईआईटी की रैंकिंग कहीं नहीं है ...................???   यह भी एक जाना पहचाना सत्य है। इसकी पुष्टि करना बड़ा आसान है। आप मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट (MIT) की वेबसाइट पर चले जाइये आपको बड़ी बड़ी तस्वीरें दिख जाएंगी जो उनके द्वारा किये गए उच्च स्तरीय शोध एवं विकास का प्रतिफल हैं। वहीँ आईआईटी की किसी भी वेबसाइट को खोलिए तो ऐसा लगेगा जैसे आयकर विभाग या जीवन बीमा निगम का पोर्टल खुल गया हो और रिटर्न भरने की आखिरी तारीख बार बार सामने आएगी।

नए आईआईटी की दशा का अवलोकन करने से पहले उन पाँच आईआईटी के इतिहास को टटोलना आवश्यक है जो सन् '51 से '63 के बीच स्थापित किये गए थे। इन्हीं में से एक है कानपुर आईआईटी जिसकी स्थापना 1959 में की गयी थी। जर्मन मूल के वैज्ञानिक प्रो० एरविन क्रेज़िग की एक बहुत प्रसिद्ध पुस्तक है Advanced Engineering Mathematics जो बी टेक में पढ़ाई जाती है। आज इस पुस्तक का शायद ग्यारहवां संस्करण आ चुका है किन्तु कुछ साल पहले मेरे हाथ इसका पहला विदेशी संस्करण लगा था जो सन् '64 का प्रिंट है। इस पुस्तक पर एक मुहर छपी है जिसमें लिखा है कि ये पुस्तक "कानपुर इंडो-अमरीकन प्रोग्राम" के तहत USAID द्वारा आईआईटी कानपुर के छात्र को बेहद कम कीमत पर दी गयी है। यह KIAP प्रोग्राम सम्भवतः उन प्रारंभिक अमरीकी सहयोग में से एक था जो भारत को वैज्ञानिक संस्थानों के निर्माण के लिए दिया गया था। आईआईटी हमेशा से प्रतिष्ठित रहे हैं,     लेकिन ब्रांड आईआईटी का नाम उस समय सबसे ज्यादा सुना गया था,....... जब इस देश में संचार क्रांति आई थी।       आदरणीय अटल जी की सरकार ने सबके हाथ में मोबाइल दे दिया था और दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक कॉल सेंटर खुल गए थे। इनफ़ोसिस सरीखी कम्पनियां कैम्पस में बस लेकर आती थीं और आईआईटी के स्नातकों को भर कर ले जाती थीं। इस तरह हम देखते हैं कि आईआईटी को ब्रांड आईआईटी 'बनने' में पचास साल से अधिक का समय लगा। जिस तरह रोम एक दिन में नहीं बना था उसी तरह केवल धन आवंटित कर देने मात्र से ही आईआईटी नहीं बन सकता..................!!!

किसी भी शिक्षण संस्थान में पढ़ाई पुस्तकों से होती है,....... ज्ञान आसमान से नहीं टपकता ..................
 स्तरीय पाठ्य पुस्तकें राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान देती हैं।       दुर्भाग्य से हमारे देश में उच्च विज्ञान तकनीकी की पुस्तकें लिखने वाले बहुत कम लेखक हैं और ज्यादातर छात्र विदेशी लेखकों की पुस्तकें दशकों से पढ़ते आ रहे हैं।    जो लिखते भी हैं वे उन्हीं पुराने स्थापित विदेशी विशेषज्ञों की किताबों में हेर फेर कर के दोयम दर्जे का साहित्य उपलब्ध कराते हैं। इस तरह मौलिक वैज्ञानिक विचार पनपते ही नहीं हैं।     सन् '45 में हिरोशिमा नागासाकी पर बम गिराने के बाद मैनहट्टन परियोजना से सम्बंधित अधिकांश वैज्ञानिकों को साठ के दशक में अमरीकी सरकार तथा प्रकाशकों ने भारी अनुदान दिए ताकि स्तरीय पाठ्य पुस्तकें लिखी जाएँ। भौतिकी, रसायन, गणित और अभियांत्रिकी पर ढेरों कालजयी पुस्तकें लिखी गयीं जिन्हें आज भी भारत समेत पूरे विश्व में पढ़ा जाता है।     सभी प्रोफेसर National Science Foundation के book development program के तहत मिलने वाले अनुदान की संख्या का उल्लेख अपने द्वारा लिखी गयी पुस्तक में करते हैं। जनवरी सन् 2007 से पुस्तकों की ISBN संख्या 13 अंकों की हो गयी थी। उससे दो तीन साल पहले से ही भारत में अमरीकी प्रकाशकों की बाढ़ सी आ गयी थी।     उन प्रकाशकों ने कम लागत पर कागज़ की गुणवत्ता घटा कर reprints निकालना शुरू किया।       इंजीनियरिंग अथवा गणित की जो किताब डॉलर के हिसाब से 5000₹ की बिकती थी अब वही 300 से 500 में मिलने लगी। अब तो इतना व्यापक बाज़ार खड़ा हो चुका है कि गिने चुने भारतीय विद्वान जो वास्तव में पाठ्य पुस्तक लिखना चाहते हैं,............... वे अपने अस्तित्व के लिए विदेशी प्रकाशकों पर निर्भर हैं।  

क्या भारत सरकार को आईआईटी के प्रोफेसरों को स्तरीय पुस्तकें लिखने के लिए अनुदान नहीं देना चाहिए ,...................???    ताकि पूरे देश के छात्र लाभान्वित हों   ..........   वैसे ही      जिस तरह NCERT की अच्छी पुस्तकें लिखी जाती हैं।      क्या हम आज़ादी के सत्तर साल बाद भी कम से कम किताबें लिखने में स्वावलंबी नहीं हो सकते........??? 
विदेशी विश्वविद्यालयों का कैंपस अपने देश में खोलने की बात भी जोर पकड़ रही है।   ये वैसे ही होगा जैसे साठ के दशक की किताबों का reprint edition; जबकि हमें तकनीक के क्षेत्र में आधुनिक विचार प्रणाली विकसित करनी है।    इससे तो अच्छा होता कि विदेशी विश्वविद्यालयों की तर्ज पर History of Science या Philosophy of Science के विभाग खोले जाते जहाँ कम से कम उन्नीसवीं सदी से बीसवीं सदी तक भारत में हुई वैज्ञानिक उपलब्धियों पर शोध होता और इन विषयों पर उपलब्ध साहित्य अकादमिक जगत में प्रेरणा का काम करता।       इस बात पर देश के नीति नियन्ता सोचें कि हम एक संस्थान की स्थापना से लेकर कैंपस प्लेसमेंट तक के लिए विदेशी सहायता पर निर्भर क्यों हैं .................???   और कब तक रहेंगे.............???  
मनमोहन सिंह की सरकार में जो आईआईटी खोले गए उनकी दशा अभी भी दयनीय है ऐसे में नए आईआईटी खोलने से देश को क्या .........???   और कितना लाभ होगा ...............???   नीति निर्धारकों इस पर चिंतन करने की आवश्यकता है। विज्ञान प्रौद्योगिकी के उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना,...... हलुआ पूड़ी नहीं है साहब।     उन संस्थानों में एक मज़बूत राष्ट्र का निर्माण करने वाले रंगरूट तैयार होते हैं।       देश की आर्थिक गति में प्रगति किस तरह से आये इसकी अभिकल्पना अभियांत्रिकी से सृजित होती है क्योंकि धरातल पर वही संरचनाएँ मूलभूत ढाँचे के रूप में प्रत्यक्ष दिखाई देती हैं।     ये शिक्षा के विशिष्ट मन्दिर हैं।     यहाँ प्राण प्रतिष्ठा मन्त्रों से नहीं उद्यम से की जाती है तथा दर्शन का लाभ भी उन्हें ही मिलना चाहिए जो सर्वथा इसके पात्र हों................













Yashark Pandey

Friday, 24 June 2016

पिछले दस दिनों में, 1,24000 से भी ज्यादा लोगों ने Let's Change India ब्लॉग को देखा ........

पिछले दस दिनों में, 12,4000 से भी ज्यादा लोगों ने Let's Change India ब्लॉग को देखा .................. और ये सब बिना किसी विज्ञापन, / Auto Like/ Paid Service/ Technical Promotional Support के बिना हुआ है . .
हमें अपना विश्वास देने और समर्थन करने के लिए, आप सभी का हार्दिक आभार ..................

Thursday, 23 June 2016

अगर हम सच कहें तो , बहुत दिनों बाद हमें इतनी ज्यादा ख़ुशी हुई..........वरना तो रोजाना ही कोर्ट, जज और दूसरे लोगों के नकली ड्रामे देखने को मिलते हैं .........

आदरणीय देशवासियों, 

परसों हम लुधियाना में श्री ग्रेवाल जी के साथ स्लम कॉलोनी के उन बच्चों के साथ थे, जो दिन में कोई काम करते हैं, स्कूल में भी पढ़ने जाते हैं और उसके आलावा इस छोटे से दिखने वाले स्कूल में कंप्यूटर, इंग्लिश सीखने आते हैं । इन बच्चों को हमनें, कई बातें सिखाई कि कोई व्यक्ति दुनिया में नया और बड़ा काम , कब और कैसे करता है .........???
अब हमनें निर्णय कर लिया है कि इन बच्चों को , शोषण से बचने के तरीके, और संगीत ( Mouth Organ ) सिखाने में मदद करेंगे ।


 ग्रेवाल जी एक इंजीनियर हैं, एक कॉलेज के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट भी रहे हैं, इनकी पत्नी एक टीचर हैं । एक बेटा और एक बेटी है, शादीशुदा हैं । जैसा की आजकल की बहुएँ ड्रामा करती हैं , इन्होंने इस दुनिया दारी की स्वार्थी सोच को छोड़कर , गरीब तबके के इन इन बच्चों और लड़कियों के बेहतर भविष्य के लिए, ये छोटा सा प्रयास शुरू किया ........ वरना तो लोग कुछ कोशिश करते नहीं, और दूसरों में कमियाँ निकालते रहते हैं । ब्लॉग Let's Change India की किसी पोस्ट पढ़कर , हमारे पास इनका फोन आया था । हमनें निमंत्रण स्वीकार किया , और हमें इनसे मिलकर बहुत ख़ुशी हुई .......









मां हो तो ऐसी ....................

चित्र में देखिए .................   !!!   

एक दम्पत्ति मोटर सायकल से कहीं जा रहे थे अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ ... और तभी उनका एक्सीडेंट हो गया जिसमें पति को भी चोटें आईं और महिला का पैर बीच में से टूट गया ... 

लेकिन देखिए एक्सीडेंट के बाद घबराए हुए बच्चे को मां ने अपना दर्द सहकर भी कैसे दूध पिलाकर चुप किया यह देखने वाली बात है ... यह घटना फर्रुखाबाद की बताई जाती है 

"""दोस्तों इस घटना से हमें उस सीख मिलती है कि कभी कभी जीवन में हमें कई धोखे मिलते हैं और कई भयंकर चोटें लगती हैं लेकिन हम उन चोटों के दर्द और धोखे से इतने आहत हो जाते हैं कि हमें दुनियां वीरानी लगने लगती है ...

जबकि हमें ऐसे समय में यह सोचना चाहिए कि जो भी बुरा हमारे साथ हुआ होने दो क्यूंकि इससे भी बुरा हमारे साथ हो सकता था और हमें तुरंत ही बुरी घटना के प्रभाव से अपने आपको मुक्त कर लेना चाहिए ...

जैसे कि "इस दुर्घटना के बाद इस हिम्मतवाली महिला ने अपने टूट चुके पैर और हो रहे भयंकर दर्द को यह सोचकर भुला दिया कि जो होना था हो चुका अब रोने और तड़पने से क्या फायदा और इसके बाद इस औरत ने तुरंत ही घटना को स्वीकार कर अपने बच्चे को दूध पिलाकर अपना फ़र्ज़ निभाना शुरू कर दिया ... शायद इस महान औरत की मानसिकता यही रही होगी कि "जो होना था हो चुका लेकिन आगे की जिंदगी तो हर हाल में जीनी ही है तो रोने धोने से क्या फायदा" ...

Salute to this Mother...............!!!    


इस महिला को जिसने भयंकर दर्द और विपत्ति में भी अपने फ़र्ज़ को निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी ... 

अगर हम सच कहें तो , बहुत दिनों बाद हमें इतनी ज्यादा ख़ुशी हुई..........वरना तो रोजाना ही कोर्ट, जज और दूसरे लोगों के नकली ड्रामे देखने को मिलते हैं .........










आदरणीय देशवासियों, 

परसों हम लुधियाना में श्री ग्रेवाल जी के साथ स्लम कॉलोनी के उन बच्चों के साथ थे, जो दिन में कोई काम करते हैं, स्कूल में भी पढ़ने जाते हैं और उसके आलावा इस छोटे से दिखने वाले स्कूल में कंप्यूटर, इंग्लिश सीखने आते हैं । इन बच्चों को हमनें, कई बातें सिखाई कि कोई व्यक्ति दुनिया में नया और बड़ा काम , कब और कैसे करता है .........???
अब हमनें निर्णय कर लिया है कि इन बच्चों को , शोषण से बचने के तरीके, और संगीत ( Mouth Organ ) सिखाने में मदद करेंगे ।


 ग्रेवाल जी एक इंजीनियर हैं, एक कॉलेज के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट भी रहे हैं, इनकी पत्नी एक टीचर हैं । एक बेटा और एक बेटी है, शादीशुदा हैं । जैसा की आजकल की बहुएँ ड्रामा करती हैं , इन्होंने इस दुनिया दारी की स्वार्थी सोच को छोड़कर , गरीब तबके के इन इन बच्चों और लड़कियों के बेहतर भविष्य के लिए, ये छोटा सा प्रयास शुरू किया ........ वरना तो लोग कुछ कोशिश करते नहीं, और दूसरों में कमियाँ निकालते रहते हैं । ब्लॉग Let's Change India की किसी पोस्ट पढ़कर , हमारे पास इनका फोन आया था । हमनें निमंत्रण स्वीकार किया , और हमें इनसे मिलकर बहुत ख़ुशी हुई .......

Wednesday, 22 June 2016

Today submitted Memorandum to Prime Minister through D C, Ludhiana for Reforms in Education..





Today submitted Memorandum to Prime Minister  through D C, Ludhiana for Reforms in Education..


हिंदुस्तान कि शिक्षा व्यवस्था को बदलने के लिए कुछ सुझाव ..................

शिक्षा किसी भी सभ्य समाज को ज्ञान प्रदान करने हुए समाज/ देश के नागरिकगण को ताकतवर बनती है . ज्ञानम् परम बलम -- "Knowledge is Power.  "   दुर्भाग्य से हमारे देश की शिक्षा जानबूझकर इस तरह की बनाई गई है कि -- हमारे  लोग ज्ञान से वंचित रहे और नेता लोग हमारा शोषण करते रहे.

अभी कुछ दिनों पहले मैंने Legal Aid को और प्रभावी बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी को सुझाव भेजा था. जब 18/12/2015  को हम PMO और  कानून मंत्रालय भी गए थे, तो वहां हमें बताया  कि हमारा सुझाव उनको बहुत पसंद आया है.          अभी हमें जो समझ आ रहा है कि --- हमारी वर्तमान शिक्षा में निम्नलिखित बदलाव की जरुरत है :---

1) -- देश के सभी स्कूल / कॉलेज में गीता, कुरान,  बाइबिल और गुरुग्रंथ साहिब के बारे में पढ़ाया जाये ताकि देश का हर बच्चा ये जान सके कि -- अनेकता में एकता वाले देश हिंदुस्तान में,  किस धर्म ने क्या कहा है ...???  मूल ज्ञान हर बच्चे को पढ़ाया जाये और कोई ज्यादा ज्ञान लेना चाहे तो वो ज्यादा अध्ययन कर सकता है.  इस कदम से देश में जहर फ़ैलाने वाले लोग, धर्मनिर्पक्षता, सहिष्णुता के नाम  पर   जहर नहीं फैला पाएंगे, क्योकि हर नागरिक को ये पता होगा कि सच क्या है .... ??? और इससे देश में सामाजिक एकता/ भाईचारा  को बढ़ावा मिलेगा.

2)  -- देश के हर स्कूल और कॉलेज में भारतीय संविधान,  इंडियन पैनल कोड (IPC), क्रिमिनल पैनल कोड ( Cr PC ) के बारे में पढ़ाया जाये ताकि देश के हर बच्चे को कानून के बारे में मूलभूत ज्ञान हो और जरुरत पड़ने पर वो इस ज्ञान का इस्तेमाल कर सके.

3)  -- इसके अलावा देश के सभी आयोग, विभाग/ उनके उद्देश्य/ जिम्मेदारी/ और गड़बड़ी पर किसकी शिकायत किसे और किस तरीके से करनी है. ...??? 

4)  -- इसके अलावा सुचना का अधिकार,  मानव अधिकार,  उपभोक्ता कानून,  पुलिस की कार्य प्रणाली, प्राथमिकी दर्ज करवाना आदि,  FIR,  लीगल ऐड    जैसे -- मूलभूत कानून/ प्रक्रियाएं,   जिनकी हमें जिंदगी में कहीं न कहीं जरुरत पड़ती रहती  है.   इनके बारे में मूलभूत आवश्यक जानकारी हमारी शिक्षा प्रणाली में शामिल की जानी चाहिए, ताकि देश का हर बच्चा जो  स्कूल और कॉलेज से पढ़कर निकलेगा, उसे मूलभूत जानकारी हो. जब कभी उसके परिवार, गली-- मोहल्ले,  जानकार-- रिश्तेदार/ परिचित को   जरुरत हो,   तो उनकी प्रताड़ना और शोषण को रोक जा सके. 

5) अध्यापक को सरकारी कागजी कार्यों से मुक्ति के साथ --2 स्कूल में पर्याप्त संसाधनो की व्यवस्था के लिए बजट का इंतजाम.  योग्य अध्यापक की नियुक्ति के लिए पारदर्शी प्रणाली को लागु करना , ताकि केवल योग्य लोग ही अध्यापक बन सकें .

--  इस कदम का सबसे बड़ा फायदा :-- हमने देखा है कि -- लोगों को जानकारी न होने के कारण, पुलिस, कानून, न्यायपालिका, प्रशासन   और व्यवस्था के दूसरे अंग लोगों का शोषण करते हैं. इस कदम से देश में  क्रन्तिकारी और बड़े बदलाव  आएंगे.    जब एक बच्चा जागरूक होगा तो परिवार और रिश्तेदार अपने आप जागरूक हो जायेंगे.       हम उपरोक्त  सुझावों पर,   आपकी राय और प्रतिक्रियाएं जानना चाहते  हैं.    

Sunday, 19 June 2016

झज्जर की जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी माधवी लोहचब को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकडवाने वाले शिकायतकर्ता को हमारा सलाम ...................................इस कदम से दूर तक असर होगा ...............

बहुत अच्छा ...................
ये भ्रष्ट और लालची औरतों का गैंग है, जो अपनी अवैध वसूली के चक्कर में  पत्नी पक्ष को भड़काकर, निर्दोष लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर,  प्रताड़ित करती हैं.

बहादुरी और हिम्मत वाला काम करने के लिए,   शिकायतकर्ता को हमारा सलाम ........  इस कदम से दूर तक असर होगा ...............  

10 हजार रुपये दो तो आपके हक मेें कर दूंगी फैसला

ब्यूरो/अमर उजाला, रोहतक

Updated 02:27 शुक्रवार, 19 जून 2015
झज्जर की जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी माधवी लोहचब को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है।
अधिकारी ने पति-पत्नी के बीच चल रहे विवाद का फैसला पति के हक में करने के एवज में रिश्वत मांगी थी।

पति की शिकायत पर राज्य चौकस ब्यूरो की टीम ने अधिकारी को रोहतक स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

राज्य चौकस ब्यूरो के डीएसपी नरेंद्र सिंह को रोहतक के खरावड़ निवासी कपिल ने बृहस्पतिवार को शिकायत दी। बताया कि मेरा और मेरी पत्नी मीनू निवासी खुड़न झज्जर के बीच झगड़ा चल रहा है।

मीनू ने कपिल केखिलाफ झज्जर जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी माधवी लोहचब को शिकायत दे रखी है।

कपिल ने बताया कि लोहचब ने मुझे 5 जून और फिर 10 जून को अपने झज्जर स्थित कार्यालय में बुलाया और कहा कि मुझे 10 हजार रुपये दे दो तो फैसला आपके हक में कर दूंगी।

कपिल की शिकायत पर थाना राज्य चौकसी ब्यूरो रोहतक में केस दर्ज किया गया। डीएसपी नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में छापामार टीम बनाई गई। डीसी बेहरा ने नायब तहसीलदार विजय कुमार को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया। दयाचन्द,  टीआरएए कार्यालय तहसील रोहतक को बतौर छाया गवाह नियुक्त कर टीम के साथ भेजा। योजना के तहत कपिल को लोहचब के रोहतक स्थित आवास पर घूस के पैसे देकर भेजा। जैसे ही कपिल ने अधिकारी के हाथ में पैसे थमाए तुरंत उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। टीम ने कपिल और लोहचब के बीच हुई बातचीत की फोन रिकॉर्डिंग भी अपने कब्जे में ले ली है।  

रेवाड़ी के एक डॉक्टर ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर के खिलाफ महाभियोग शुरू करके, पद से हटाने की, मांग की ...........

रेवाड़ी के एक डॉक्टर ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर के खिलाफ महाभियोग शुरू करके , पद से हटाने की, मांग की ...........
ज्यादा जानकारी के लिए,  








पढ़ें इस पत्र को ......

देश के लोगों को शोषण से बचाने के लिए........हम देश के स्कूल .कॉलेज के बच्चों को वे सब जानकारी प्रयोग करना सिखायेंगे, जो हमें पढाई ही नहीं जाती ,..............

एक बच्चा जब ये जानकारी प्रयोग करना सीख लेगा तो,.............. उस ज्ञान का सदुपयोग, कम से कम 50 साल तक करेगा ................
आजकल हम देश के लोगों को शोषण से बचाने के लिए, पुस्तक तैयार कर रहे हैं .     हम देश के स्कूल .कॉलेज के बच्चों को वे सब जानकारी प्रयोग करना सिखायेंगे, जो हमें पढाई ही नहीं जाती . 
  इस कदम से बहुत बड़ा बदलाव आएगा, क्योंकी एक बच्चा जब ये जानकारी प्रयोग करना सीख लेगा तो उस ज्ञान का सदुपयोग, कम से कम 50 साल तक करेगा ................
Topics covered---
Issues related to FIR, Police, Consumer Rights, Consumer Court, What to do at time of Earth Quake and Floods to save lives of people............??? Public Utility Courts, RTI Act, and Multiple small other issues which we need in our Daily life.

अगर आप इन विचारों से सहमत हैं, देश के लोगों के हालात बदलकर, उनको ताकतवर नागरिक बनाने में, किसी भी प्रकार का सहयोग करना चाहते हैं तो, आप सादर आमंत्रित हैं.   

Saturday, 18 June 2016

आजकल की औरतें तो मासूम बच्चों की ही नहीं रही, किसी और की तो क्या होंगी .......???

क्या आपने माँ की ममता को शर्मसार करने का इससे घटिया किस्सा देखा है .......??? 

पहले की औरत कितनी भी घटिया, गिरी हो, लेकिन अपने बच्चों से गद्दारी नहीं करती थी , लेकिन अब तो मासूम बच्चों को ही छोड़कर भाग रही है ।      वहीं दूसरी तरफ पुलिस का मानवीय चेहरा भी , दिल को छू लेने वाला है । 

क्या आप इस पुलिस कर्मी की संवेदनशीलता और समझदारी और जिम्मेदारी को सलाम नहीं करना चाहेंगे ......??? 

क्योंकि अच्छा काम कोई भी करे, उसको ईज्जत, प्रोत्साहन और सम्मान दिया जाना चाहिए ....

हिंदुस्तान में ऐसे कितने जज हैं , जो किसी पीड़ित / मजबूर को न्याय देने के लिए, कानून से भी आगे की सोचते हैं .........???



हिंदुस्तान में ऐसे कितने जज हैं , जो किसी पीड़ित /  मजबूर को कानून से भी आगे, सोचकर  न्याय देने की सोचते हैं .........??? 

हाँ , पैसे और रसूख वाले जयललिता, सलमान खान जैसे लोगों , के लिए , हिंदुस्तान की न्यायपालिका के जज , हर संभव मदद करने को तैयार रहते हैं .......??? 
क्या आपको लगता है कि या काम जज लोग , मुफ़्त में करते होंगे .......??? बिल्कुल नहीं , क्योंकि मुफ़्त में करते तो गरीब, की भी मदद करते ...... अमीर और गरीब में केवल , इतना ही तो फर्क है कि अमीर पैसे खर्च कर सकता है और गरीब नहीं ........
या फिर हिन्दुस्तान की न्यायपालिका , को आतंकवादियों के अधिकारों की चिंता रहती है .........
बाकि सब को जेल भेजने का रौब दिखाएंगे .......

Thursday, 16 June 2016

ऍम एस सुल्लर की जज के रूप में नियुक्ति ही गैरकानूनी......और मजे लूटकर, हाई कोर्ट चंडीगढ़ के जज से रिटायर भी हो गए......

आदरणीय देशवासियों ,

अभी मुझे विश्वशनीय सूत्रों  से पता चला है कि – हाई कोर्ट चंडीगढ़ के जज महिंदर सिंह सुल्लर,...... जो कि अभी कुछ महीने   पहले फरवरी 2015 में ही रिटायर हुए हैं.    उनकी जज के रूप में अपॉइंटमेंट ही गैर कानूनी थी.

क्या था मामला.............???

दरअसल जब जजों कि भर्ती  निकली,  उस समय इन जज साहब की आयु छोटी थी . तो उनके रिश्तेदार जज ने सरपंच से एक  झूठा ही आयु प्रमाण पत्र बनवा लिया और उसी के आधार  पर उनकी जज के रूप में नियुक्ति  भी कर दी .          जबकि किसी भी व्यक्ति कि मेट्रिक कि सर्टिफिकेट कि जन्मतिथि ही नौकरी  के लिए मान्य  होती है.

जनरल वी के सिंह का  भी तो ऐसा ही मामला था .

मुझे यह भी पता चला है कि  --  इन्होने कांग्रेस सरकार के मनचाहे काम किये.       उसके बदले में,..     उन्हें ईनाम के तौर पर,  पंचकुला इंडस्ट्रियल एरिया में एक प्लाट भी दिया गया. ये बात मीडिया में भी आई थी. लेकिन दबा दी गई .

आप ये जानकर ये हैरान होंगे कि ---  इस देश के जो लोग  ऐसे तरीके से जज बने हैं , तो वे क्या खाक न्याय  करेंगे.......................???  

अगर  आप के पास,.......... इन जज साहब के खिलाफ कोई जानकारी हो,...............तो हमें बताएं.







Appeal.................
May 16, 2014 at 2:20am
आदरणीय देशवासिओ,
फेसबुक पर मुझे ब्लॉक कर दिए जाने के कारण मैं आपकी Friend Request स्वीकार भी नहीं कर पा रहा हूँ . इसलिए आप से विनती है की हमसे जुड़ने के किये Follow करें . Groups से जुड़ने के लिए Request स्वीकार की जा सकती हैं. अलग-2 विषयो की अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग, ग्रुप्स और पेज को पढ़ें .आप से निवेदन है कि ग्रुप्स
में उनकी केटेगरी के अनुसार ही पोस्ट करेंगे तो उनकी उपयोगिता अधिक बनी रहेगी .
ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें -----https://www.facebook.com/notes/manojj-vishwakarma/ये-ग्रुप्स-आप-लोगो-कि-सेवा-करते-रहेंगे-हमारी-कोशिश-इनको-और-बेहतर-बनाना-है-/540484442721858
आपका
भवदीय
Manojj Kr. Vishwakarma... न्याय--- पुरुष
Social Activist, RTI Activist & Scientist
A Responsible Citizen of Nation.......
09253323118./ 09910597896
.
---The Public Solution Factory..........
Visit us at-- thepublicsolutionfactory.blogspot.in
Facebook as--www.facebook.com/groups/thepublicsolutionfactory/
as---www.facebook.com/thepublicsolutionfactory
Twiter as --https://twitter.com/PblicSolnFactry
---परिवार बचाओ ----देश बचाओ.... जनआन्दोलन....
Visit us at --http://parivarbachaodeshbachao.blogspot.in/
Facebook as--www.facebook.com/groups/parivarbachao/
Twitter as--https://twitter.com/ParivarBachao
.---अन्ना के सिपाही
Visit us on--annakesipahi.blogspot.com
Facebook as---www.facebook.com/groups/annakesipahi/
Twitter as--https://twitter.com/AnnaKeSipahi

आखिर हाई कोर्ट के लोग निचली अदालतों के भ्रष्ट जजों को क्यों बचाते हैं ............???

आखिर   हाई कोर्ट के लोग निचली अदालतों के भ्रष्ट जजों को क्यों बचाते हैं............???

क्या  वजय है इसकी ..........???  क्या मजबूरी है   उनकी ..............???

हाई   कोर्ट चंडीगढ़ में भी,....... जबरदस्त फर्जीवाड़े हो रहे है ...........................

चंडीगढ़   हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस, रजिस्ट्रार और Administrative जज भी निचली अदालतों के जजों के भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़े का समर्थन करके............., इस समस्या को और जटिल बना रहे हैं.  अभी मुझे विश्वशनीय सूत्रों से पता चला है कि --  हाई कोर्ट के जो Administrative जज,.....   फरवरी/मार्च में कोर्ट में दौरे पर जाते हैं.     बड़े-बड़े भाषण देते हैं,   वे एक जिला के जजों  से 25 लाख रूपये अवैध तरीके से वसूली करके ले जाते हैं. ( और बड़े मामलों में,.... पैसे  वाले लोगों के मनचाहे आर्डर लिखने के लिए, जमानत देने के लिए, जो Direct मोटी वसूली   होती है,... वो अलग से है  )

जब छोटे जज हाई कोर्ट के इन जजों को रिश्वत   देंगे ,.....   तो वे ईमानदारी से काम क्यों   करेंगे...............???  उनको तो डरने की  भी कोई जरुरत  नहीं........... .!!!

इन   सब घटनाओं से ये साबित हो रहा है कि --   अवैध वसूली में हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस, रजिस्ट्रार   और Administrative जज की भी हिस्सेदारी होती है.

इसीलिए,.... ये लोग छोटे जजों के खिलाफ    शिकायतों पर कुछ नहीं करते.

सुप्रीम   कोर्ट Article 235 का बहाना मार  कर अपना   पिच्छा छुडवा लेता है. .................   पर पीड़ित लोग कहाँ जायें ....................???    




Appeal.................
May 16, 2014 at 2:20am
आदरणीय देशवासिओ,
फेसबुक पर मुझे ब्लॉक कर दिए जाने के कारण मैं आपकी Friend Request स्वीकार भी नहीं कर पा रहा हूँ . इसलिए आप से विनती है की हमसे जुड़ने के किये Follow करें . Groups से जुड़ने के लिए Request स्वीकार की जा सकती हैं. अलग-2 विषयो की अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग, ग्रुप्स और पेज को पढ़ें .आप से निवेदन है कि ग्रुप्स
में उनकी केटेगरी के अनुसार ही पोस्ट करेंगे तो उनकी उपयोगिता अधिक बनी रहेगी .
ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें -----https://www.facebook.com/notes/manojj-vishwakarma/ये-ग्रुप्स-आप-लोगो-कि-सेवा-करते-रहेंगे-हमारी-कोशिश-इनको-और-बेहतर-बनाना-है-/540484442721858
आपका
भवदीय
Manojj Kr. Vishwakarma... न्याय--- पुरुष
Social Activist, RTI Activist & Scientist
A Responsible Citizen of Nation.......
09253323118./ 09910597896
.
---The Public Solution Factory..........
Visit us at-- thepublicsolutionfactory.blogspot.in
Facebook as--www.facebook.com/groups/thepublicsolutionfactory/
as---www.facebook.com/thepublicsolutionfactory
Twiter as --https://twitter.com/PblicSolnFactry
---परिवार बचाओ ----देश बचाओ.... जनआन्दोलन....
Visit us at --http://parivarbachaodeshbachao.blogspot.in/
Facebook as--www.facebook.com/groups/parivarbachao/
Twitter as--https://twitter.com/ParivarBachao
.---अन्ना के सिपाही
Visit us on--annakesipahi.blogspot.com
Facebook as---www.facebook.com/groups/annakesipahi/
Twitter as--https://twitter.com/AnnaKeSipahi

असली Activist, समाज में प्रेरणा का संचार करता है. उसकी जीवनशेली, गतिविधियाँ समाज को दिशा देने का काम करती है..............

असली Activist,............. वो नहीं होता,............ जो अरविन्द केजरीवाल की तरह चालाक  और ड्रामेबाज होता है .   इस देश में बहुत सारे नकली Activist हैं ,....  जो कि इतने बड़े ड्रामेबाज हैं  कि -- आप को ये लगेगा की ये तो भगवान से भी ज्यादा ईमानदार हैं.   

 जैसे कि --   अभी कुछ नकली लोगों ने 05/05/ 2015 को जंतर मन्तर, दिल्ली पर   " पुरुषों के लिए  सत्याग्रह"   के नाम का ड्रामा किया, फोटो सेशन किया और गायब.

और जो डॉक्टर संतोष भाई साहब ..........  कर्णाटक से 2500 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके,........    दिल्ली आये, उनके साथ इन नकली लोगों ने जो किया ,.....  वो भविष्य में किसी दुसरे व्यक्ति को भी प्रोत्साहित करने की  बजाय  हतोत्साहित ही करेगा .......................

असली Activist, समाज में प्रेरणा का संचार करता है. उसकी जीवनशेली, काम, गतिविधियाँ समाज को  दिशा देने का  और   झझकोरने का काम करती है.

चाहे ,.....   बुराई कितनी भी ताकतवर हो जाये .   लेकिन इस सच को भी नहीं झुठला सकते कि --  दुनिया में जो भी अच्छे काम हो रहे हैं,.... वो भी समर्पित लोगों के प्रयास का ही नतीजा हैं.

देश दुनिया  के उन सभी समर्पित एक्टिविस्ट को हमारा सलाम ............!!!


कुछ समर्पित एक्टिविस्ट जो समाज  और देश को प्रेरणा देने का काम कर रहे हैं .............जैसे -- Mohini Kamwani, Pranav Sharma, Roshani Bafna, Harmeet Singh Tinku, Krishnaraj Rao, Gulshan Pahuja, Ravi Kumar,  Krishna Kumar Tripathi



जिनको ,.........   भावी पीढियां याद  करेंगी ..............!!!





Appeal.................
May 16, 2014 at 2:20am
आदरणीय देशवासिओ,
फेसबुक पर मुझे ब्लॉक कर दिए जाने के कारण मैं आपकी Friend Request स्वीकार भी नहीं कर पा रहा हूँ . इसलिए आप से विनती है की हमसे जुड़ने के किये Follow करें . Groups से जुड़ने के लिए Request स्वीकार की जा सकती हैं. अलग-2 विषयो की अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग, ग्रुप्स और पेज को पढ़ें .आप से निवेदन है कि ग्रुप्स
में उनकी केटेगरी के अनुसार ही पोस्ट करेंगे तो उनकी उपयोगिता अधिक बनी रहेगी .
ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें -----https://www.facebook.com/notes/manojj-vishwakarma/ये-ग्रुप्स-आप-लोगो-कि-सेवा-करते-रहेंगे-हमारी-कोशिश-इनको-और-बेहतर-बनाना-है-/540484442721858
आपका
भवदीय
Manojj Kr. Vishwakarma... न्याय--- पुरुष
Social Activist, RTI Activist & Scientist
A Responsible Citizen of Nation.......
09253323118./ 09910597896
.
---The Public Solution Factory..........
Visit us at-- thepublicsolutionfactory.blogspot.in
Facebook as--www.facebook.com/groups/thepublicsolutionfactory/
as---www.facebook.com/thepublicsolutionfactory
Twiter as --https://twitter.com/PblicSolnFactry
---परिवार बचाओ ----देश बचाओ.... जनआन्दोलन....
Visit us at --http://parivarbachaodeshbachao.blogspot.in/
Facebook as--www.facebook.com/groups/parivarbachao/
Twitter as--https://twitter.com/ParivarBachao
.---अन्ना के सिपाही
Visit us on--annakesipahi.blogspot.com
Facebook as---www.facebook.com/groups/annakesipahi/
Twitter as--https://twitter.com/AnnaKeSipahi

जजों को जिम्मेदारी से काम करने को मजबूर करने के लिए,........... कुछ सुझाव ......................

जज कोई भी गलत फैसला दे तो  उसके पीछे पड जाओ. उस फैसले के आधार  के  बारे में RTI लगाकर,.... जानकारी खुद मांगो . वकील अपने क्लाइंट से खुद RTI लगवाएं. 

95% फैसलों में जज इस बात का जबाब ही नहीं दे सकते क्योंकि फैसले हवाबाजी में लिखे  जाते हैं और कोई इनसे पूछने कि हिम्मत ही नहीं करता ..............!!! 

शुरू में ये जज आप पर दबाब बनाने की कोशिश  करेंगे कि आप RTI लगायें ही न .......... लेकिन आप लगे रहे तो फिर देखिये ,..... कमाल का  असर होगा ................!!!

सबूत इकट्ठे करके,............ फिर   शिकायत कर दो ...................

अभी कुछ दिनों पहले मेरे  साथ एक घटना घटी ........... नारनौल जेल में,......    सेशन जज ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल   करके,....... मेरे साथ मारा पीटी करवाकर प्रताड़ित करवाया गया ...............

मैंने किसी तरह जुगाड़ करके   जेल से एक पत्र लिखकर CJM   को भेज दिया. वो पत्र CJM निशांत शर्मा को 20/04/15 को    मिल भी गया.  लेकिन  सेशन जज के दबाब में,....   जानबूझकर कोई कार्यवाही   नहीं की.    मैं जज साहब के पास नकल फार्म भरकर ले गया और  कहा कि ---  जज साहब,  मेरे जेल से लिखे पत्र पर आपने जो   कार्यवाही  की,... उसका आर्डर कि कॉपी मुझे चाहिए.

जज साहब भी टालने के लिए कि – मैं आर्डर कि कॉपी   घर भिजवा दूंगा.    हमने कहा कि – मेरी हत्या का प्रयास किया गया और 20 दिनों से  ज्यादा हो गए ,....

अब तक कार्यवाही क्यों नहीं की गई .............???

मुझे मालूम था कि ---  कुछ किया    ही नहीं ,....   तो आर्डर तो मेरे पास कैसे भेजते ............???

   इसलिए मैंने कुछ दिन तक इन्तजार करके RTI लेकर   उनके पास गया कि --  जज साहब,...   मेरी RTI कि फीस जमा कर लो.      कोर्ट में उस समय लगभग 40 लोग   थे.    इसलिए, दबाब बनाने के लिए (कि मेरी तरह कोई और RTI लगाकर सवाल जबाब न करे ), टालमटोल की कोशिश की गई . लेकिन हमने भी ठान ली और उनको 10 /- की फीस जमा  करवाई . उसका असर हुआ कि दस दिनों में ही सूचना   तैयार और कल मुझे मिल जाएगी .................

आप भी अपने केस में डरे   बिना RTI लगाकर,...   जजों को जिम्मेदारी से काम करने के लिए मजबूर करें .
कोर्ट में   अपने आप को भिखारी न समझे ................ न्याय पाना हमारा आधिकार है.

जब ये   कोशिशें हर जिला में होने लग जाएँगी,.............. तो फिर उसका असर भी देखने को मिलेगा.     कोर्ट  में लगने वाली RTI के बारे में आधिक जानकारी के लिए हमारे नोट्स पढ़ें......    



Appeal.................
May 16, 2014 at 2:20am
आदरणीय देशवासिओ,
फेसबुक पर मुझे ब्लॉक कर दिए जाने के कारण मैं आपकी Friend Request स्वीकार भी नहीं कर पा रहा हूँ . इसलिए आप से विनती है की हमसे जुड़ने के किये Follow करें . Groups से जुड़ने के लिए Request स्वीकार की जा सकती हैं. अलग-2 विषयो की अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग, ग्रुप्स और पेज को पढ़ें .आप से निवेदन है कि ग्रुप्स
में उनकी केटेगरी के अनुसार ही पोस्ट करेंगे तो उनकी उपयोगिता अधिक बनी रहेगी .
ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें -----https://www.facebook.com/notes/manojj-vishwakarma/ये-ग्रुप्स-आप-लोगो-कि-सेवा-करते-रहेंगे-हमारी-कोशिश-इनको-और-बेहतर-बनाना-है-/540484442721858
आपका
भवदीय
Manojj Kr. Vishwakarma... न्याय--- पुरुष
Social Activist, RTI Activist & Scientist
A Responsible Citizen of Nation.......
09253323118./ 09910597896
.
---The Public Solution Factory..........
Visit us at-- thepublicsolutionfactory.blogspot.in
Facebook as--www.facebook.com/groups/thepublicsolutionfactory/
as---www.facebook.com/thepublicsolutionfactory
Twiter as --https://twitter.com/PblicSolnFactry
---परिवार बचाओ ----देश बचाओ.... जनआन्दोलन....
Visit us at --http://parivarbachaodeshbachao.blogspot.in/
Facebook as--www.facebook.com/groups/parivarbachao/
Twitter as--https://twitter.com/ParivarBachao
.---अन्ना के सिपाही
Visit us on--annakesipahi.blogspot.com
Facebook as---www.facebook.com/groups/annakesipahi/
Twitter as--https://twitter.com/AnnaKeSipahi