क्या ये काम बिना रिश्वत/अवैध प्रतिफल के हो सकता है .......???
नारनौल के आयकर अधिकारी देवेंदर कुमार , का फर्जीवाड़ा .........
आदरणीय देशवासियों ,
आज हम आपको नारनौल के आयकर अधिकारी देवेंदर कुमार के फर्जीवाड़ों से अवगत करवा रहे हैं ।
दरसल, हमनें अपने ससुर के द्वारा अपनी बेटी की शादी में दिखाये गया खर्च और अर्जित सम्पति की जाँच करके, उचित कानूनी कार्यवाही के लिए , आयकर विभाग को लिखा था ।
अब आप फर्जीवाड़े को समझिये .......
पेज नंबर 1 के पत्र क्रमांक 2265 में उसने लिखा कि उन्होंने 2 बार मेरे फ़ोन 0917419231 पर 27/03/2015 को संपर्क किया, और उसी दिन उनके ऑफिस में मिलने को कहा । और ये भी एहसान जाता दिया कि आप को दूसरा मौका दिया जाता है कि उसी दिन यानि की 27/03/2015 को मिलो ।
ये पत्र 27.03.2015 को लिखा गया , उसी दिन मुझे बुला रहे हैं , और 28.03.2015 को पोस्ट से भेजा ( देखें पेज 5 ) , जोकि मुझे 30.03.15 को मिला, तो मैं 27.03.2015 को उनसे कैसे मिलता ......???
किसी भी व्यक्ति को किसी मामले में पेश होने के लिए, कुछ वक्त दिया जाता है , न की उसी दिन फोन करके फरमान सुनाना , कि अभी आ जाओ, क्या पता उस दिन हम कही बाहर हों , किसी और मजबूरी से उसी दिन न पहुँच सकें ........???
अब पेज नंबर 4 वाला पत्र क्रमांक 2265 वो भी 27.03.2015 को ही लिखा गया ।
इन दोनों पत्रों के नंबर तो एक ही है, लेकिन उसमें मैटर अलग 2 कैसे हो सकता है .......???
इसमें भी झूठे दावे किये कि उन्होंने मुझे 13.03.15 और 24.03.15 को फ़ोन पर सुचना दी कि हम उनके ऑफिस में मिलें ।
फिर एक और चालाकी करते हुए, 30.03.15 को मिलने को लिखा ।
लेकिन ये पत्र जानबूझकर , साधारण डाक से भेजा, जिस पर डाक विभाग की तारीख जानबूझकर मिटा रखी है । ( देखें पेज 3 ) ये पत्र मुझे 31.03.2015 को मिला ।
ये जानबूझकर किया गया , ताकि हम उनके ऑफिस में पहुँच ही न सकें ।
जब इस शिकायत पर लगभग 3 साल में कुछ नहीं, किया गया, तो अब एक ही दिन में मामला इतनी , जल्दी निपटाने की क्या मजबूरी थी .......??? या किशोरी लाल को बचाने के लिए रिश्वत लेकर ये फ्रॉड किये .......???
अब इस आयकर अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी बनती है ......???
नारनौल के आयकर अधिकारी देवेंदर कुमार , का फर्जीवाड़ा .........
आदरणीय देशवासियों ,
आज हम आपको नारनौल के आयकर अधिकारी देवेंदर कुमार के फर्जीवाड़ों से अवगत करवा रहे हैं ।
दरसल, हमनें अपने ससुर के द्वारा अपनी बेटी की शादी में दिखाये गया खर्च और अर्जित सम्पति की जाँच करके, उचित कानूनी कार्यवाही के लिए , आयकर विभाग को लिखा था ।
अब आप फर्जीवाड़े को समझिये .......
पेज नंबर 1 के पत्र क्रमांक 2265 में उसने लिखा कि उन्होंने 2 बार मेरे फ़ोन 0917419231 पर 27/03/2015 को संपर्क किया, और उसी दिन उनके ऑफिस में मिलने को कहा । और ये भी एहसान जाता दिया कि आप को दूसरा मौका दिया जाता है कि उसी दिन यानि की 27/03/2015 को मिलो ।
ये पत्र 27.03.2015 को लिखा गया , उसी दिन मुझे बुला रहे हैं , और 28.03.2015 को पोस्ट से भेजा ( देखें पेज 5 ) , जोकि मुझे 30.03.15 को मिला, तो मैं 27.03.2015 को उनसे कैसे मिलता ......???
किसी भी व्यक्ति को किसी मामले में पेश होने के लिए, कुछ वक्त दिया जाता है , न की उसी दिन फोन करके फरमान सुनाना , कि अभी आ जाओ, क्या पता उस दिन हम कही बाहर हों , किसी और मजबूरी से उसी दिन न पहुँच सकें ........???
अब पेज नंबर 4 वाला पत्र क्रमांक 2265 वो भी 27.03.2015 को ही लिखा गया ।
इन दोनों पत्रों के नंबर तो एक ही है, लेकिन उसमें मैटर अलग 2 कैसे हो सकता है .......???
इसमें भी झूठे दावे किये कि उन्होंने मुझे 13.03.15 और 24.03.15 को फ़ोन पर सुचना दी कि हम उनके ऑफिस में मिलें ।
फिर एक और चालाकी करते हुए, 30.03.15 को मिलने को लिखा ।
लेकिन ये पत्र जानबूझकर , साधारण डाक से भेजा, जिस पर डाक विभाग की तारीख जानबूझकर मिटा रखी है । ( देखें पेज 3 ) ये पत्र मुझे 31.03.2015 को मिला ।
ये जानबूझकर किया गया , ताकि हम उनके ऑफिस में पहुँच ही न सकें ।
जब इस शिकायत पर लगभग 3 साल में कुछ नहीं, किया गया, तो अब एक ही दिन में मामला इतनी , जल्दी निपटाने की क्या मजबूरी थी .......??? या किशोरी लाल को बचाने के लिए रिश्वत लेकर ये फ्रॉड किये .......???
अब इस आयकर अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी बनती है ......???
अब चढ़े हैं , सही निशाने पर, । जल्दी से इनके खिलाफ कोई बोलता ही नहीं ...... अब हम सिखाएंगे , रिश्वत लेकर फर्जीवाड़े करने का सबक .......
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