किसी समझदार शिक्षक ने बहुत ही समझदारी भरा पत्र लिखा है। हमारे देश में माँ बाप, बच्चों की रूचि, और क़ाबलियत को नकारकर , भेड़चाल में चलने के किये बच्चों पर दबाब बनाते रहते हैं। परिणामः स्वरूप बच्चे, मानसिक दबाब, और मानसिक बीमारियों के शिकार हो जाते है, और कई तो आत्महत्या तक कर लेते हैं ।
दरअसल ये हमारी शिक्षा प्रणाली का बहुत बड़ा दोष है, जिसको संगीतकार होना चाहिए, उसको हम डॉक्टर देखना चाहते है,........... जिसको डॉक्टर होना चाहिए था , ........ उसको हम कुछ और बना देते है। देश के ऐसे माता पिता, बच्चे और देशहित के लिए, कृपया, इस पत्र को न केवल पढ़ें ; बल्कि जीवन में व्यवहार में लायें ।
*परीक्षा समाप्ति के समय, परिणाम के पहले एक शिक्षक का विद्यार्थियों के माता-पिता को पत्र.*
एक शिक्षक की कलम से --
प्रिय
माता-पिता,
परीक्षाऔ का दौर
लगभग समाप्ति की ओर है।
अब आप अपने बच्चों के
रिजल्ट को लेकर
चिंतित हो रहे होंगे ।
लेकिन कृपया याद रखें,
वे सभी छात्र
जो परीक्षा में शामिल हो रहे हैं,
इनके ही बीच में
*कई कलाकार भी हैं, *
*जिन्हें गणित में पारंगत होना*
*जरूरी नहीं है।*
*इनमें अनेकों उद्यमी भी हैं,*
*जिन्हें इतिहास या *
*अंग्रेजी साहित्य में*
*कुछ कठिनाई *
*महसूस होती होगी,*
*लेकिन ये ही आगे चलकर*
*इतिहास बदल देंगे I*
*इनमें संगीतकार भी हैं*
*जिनके लिये*
*रसायनशास्त्र के अंक *
*कोई मायने नहीं रखते ।*
*इनमें खिलाड़ी भी हैं,*
*जिनकी फिजिकल फिटनेस*
*फिजिक्स के अंकों से ज्यादा*
*महत्वपूर्ण हैं ।*
यदि आपका बच्चा
मैरिट अंक प्राप्त करता है
तो ये बहुत अच्छी बात है।
लेकिन यदि वह
ऐसा नहीं कर पाता तो
उससे कृपया
उसका आत्मविश्वास न छीनें |
*उसें बतायें कि *
*सब कुछ ठीक है *
*और ये सिर्फ परीक्षा ही है ।*
_वह जीवन में_
_इससे कहीं ज्यादा_
_बड़ी चीजों को_
_करने के लिये बना है |_
इस बात से
कोई फर्क नहीं पड़ता कि
उसने कितना स्कोर किया है।
*उसे प्यार दें *
*और उसके बारे में *
*अपना फैसला न सुनायें ।*
*यदि आप उसे*
*खुशमिज़ाज़ बनाते हैं *
*तो वो कुछ भी बने*
*उसका जीवन सफल है,*
यदि वह
खुशमिज़ाज़ नहीं है
तो वो कुछ भी बन जाए,
सफल कतई नहीं है ।
*कृपया ऐसा करके देखें,*
*आप देखेंगे कि आपका बच्चा*
*दुनिया जीतने में सक्षम है।*
_एक परीक्षा या_
_एक 90% की मार्कशीट_
_आपके बच्चे के _
_सपनों का पैमाना नहीं है ।_
✍ एक अध्यापक
😊😊🙏😊😊
*बारहवीं का रिजल्ट घोषित होना है इसलिए इस मेसेज को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि किसी बच्चे ने अच्छे अंक हासिल नहीं किये है तो वह अपने मन में किसी भी तरह के नकारात्मक विचारों को जगह न दें*
दरअसल ये हमारी शिक्षा प्रणाली का बहुत बड़ा दोष है, जिसको संगीतकार होना चाहिए, उसको हम डॉक्टर देखना चाहते है,........... जिसको डॉक्टर होना चाहिए था , ........ उसको हम कुछ और बना देते है। देश के ऐसे माता पिता, बच्चे और देशहित के लिए, कृपया, इस पत्र को न केवल पढ़ें ; बल्कि जीवन में व्यवहार में लायें ।
*परीक्षा समाप्ति के समय, परिणाम के पहले एक शिक्षक का विद्यार्थियों के माता-पिता को पत्र.*
एक शिक्षक की कलम से --
प्रिय
माता-पिता,
परीक्षाऔ का दौर
लगभग समाप्ति की ओर है।
अब आप अपने बच्चों के
रिजल्ट को लेकर
चिंतित हो रहे होंगे ।
लेकिन कृपया याद रखें,
वे सभी छात्र
जो परीक्षा में शामिल हो रहे हैं,
इनके ही बीच में
*कई कलाकार भी हैं, *
*जिन्हें गणित में पारंगत होना*
*जरूरी नहीं है।*
*इनमें अनेकों उद्यमी भी हैं,*
*जिन्हें इतिहास या *
*अंग्रेजी साहित्य में*
*कुछ कठिनाई *
*महसूस होती होगी,*
*लेकिन ये ही आगे चलकर*
*इतिहास बदल देंगे I*
*इनमें संगीतकार भी हैं*
*जिनके लिये*
*रसायनशास्त्र के अंक *
*कोई मायने नहीं रखते ।*
*इनमें खिलाड़ी भी हैं,*
*जिनकी फिजिकल फिटनेस*
*फिजिक्स के अंकों से ज्यादा*
*महत्वपूर्ण हैं ।*
यदि आपका बच्चा
मैरिट अंक प्राप्त करता है
तो ये बहुत अच्छी बात है।
लेकिन यदि वह
ऐसा नहीं कर पाता तो
उससे कृपया
उसका आत्मविश्वास न छीनें |
*उसें बतायें कि *
*सब कुछ ठीक है *
*और ये सिर्फ परीक्षा ही है ।*
_वह जीवन में_
_इससे कहीं ज्यादा_
_बड़ी चीजों को_
_करने के लिये बना है |_
इस बात से
कोई फर्क नहीं पड़ता कि
उसने कितना स्कोर किया है।
*उसे प्यार दें *
*और उसके बारे में *
*अपना फैसला न सुनायें ।*
*यदि आप उसे*
*खुशमिज़ाज़ बनाते हैं *
*तो वो कुछ भी बने*
*उसका जीवन सफल है,*
यदि वह
खुशमिज़ाज़ नहीं है
तो वो कुछ भी बन जाए,
सफल कतई नहीं है ।
*कृपया ऐसा करके देखें,*
*आप देखेंगे कि आपका बच्चा*
*दुनिया जीतने में सक्षम है।*
_एक परीक्षा या_
_एक 90% की मार्कशीट_
_आपके बच्चे के _
_सपनों का पैमाना नहीं है ।_
✍ एक अध्यापक
😊😊🙏😊😊
*बारहवीं का रिजल्ट घोषित होना है इसलिए इस मेसेज को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि किसी बच्चे ने अच्छे अंक हासिल नहीं किये है तो वह अपने मन में किसी भी तरह के नकारात्मक विचारों को जगह न दें*
सभी माता पिता से विनम्र निवेदन है कि बछ
ReplyDeleteबच्चों को रूचि अनुसार ही काम करने दें । दुनिया में वही लोग बड़े काम कर पाये हैं, जिन्होंने अपनी रूचि, मनपसंद वाले काम किये । जबरदस्ती किया गया कोउ भी काम , धक्का स्टार्ट गाड़ी की तरह होता है, और कोई बड़ी कामयाबी दिलवा ही नहीं सकता । कलम साहब भी यही कहते थे कि -- आओ वो काम करें, जो आपको अच्छे लगते हों , आपको ख़ुशी देते हों । हमें विश्वास है कि आप इन बातों को व्यवहार में अमल में लाएंगे, तो आपके बच्चे , एक बेहतरीन नागरिक, खूबसूरत और खुशनसीब इंसान, बनेंगे । इस समस्या के समाधान के लिए कोई मदद चाहिये तो हमें संपर्क कर सकते हैं ।
कौन बच्चा किस काम में जीवन में , आगे बढ़ सकता हैं .....???
ReplyDeleteहमारी शिक्षा प्रणाली माँ बाप को दबाकर लूट रही है और क्लर्क पैदा कर रही है। कोई भी ईन्सान बड़ा काम तभी कर सकता है, जब वो उस काम को करेगा, जहाँ पर उसकी क़ाबलियत सबसे ज्यादा है, जहाँ उसकी लगन सबसे ज्यादा है । यहाँ तो जिसको संगीतकार बनना चाहिए, उसको हम इंजीनियर बनाने की कोशिश करते हैं, । इस प्रकार वो थोपा हुआ काम कर तो लेगा, लेकिन उसके पसंद वाला काम होगा तो, वो बेहतरीन काम करेगा । इस देश के अधिकतर लोग , इसलिये, भी खुश नहीं रहते....
. हम इस समस्या का समाधान, बचपन से ही कर देते हैं, ताकि बच्चा लगन से और बेहतरीन काम करे ।