Sunday, 29 May 2016

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर, वैसे चाहे कितनी भी बड़ी2 बातें करें, लेकिन असली नियत अपने भृष्ट जज लोगों को बचाने की ही रही है .........???

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर, वैसे चाहे कितनी भी बड़ी2 बातें करें, लेकिन असली नियत अपने भृष्ट जज लोगों को बचाने की ही रही है .........???

ये लोग जितनी सख्ती की बात ,  लोकतन्त्र के दूसरे स्तम्भ के खिलाफ  करते हैं............ ,  उतनी  सख्ती न्यायपालिका के भृष्ट जजों के खिलाफ क्यों नहीं करते ........???
यही कारण है कि इन लोगों की बातें एक सुनियोजित नाटक से ज्यादा कुछ नहीं लगती ..........???

3 comments:

  1. ये सभी चीफ जस्टिस लगभग एक जैसे ही हैं , चाहे वो Dr. K G Balakrishnan हो ......, या RM Lodha हो......., या P.Sadashivam. हो ........,
    या HL Dattu हो .........., या फिर TS Thakur हो......., ये सिर्फ बढ़िया लच्छेदार, भाषण देकर जनता को चूसने की मीठी गोली दे रहे हैं । ये लोग कभी भी अपने घर के भृष्ट जजों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं करते .........??? HL Dattu जिस पर भृष्ट तरीके से संपत्ति अर्जित करने के स्पष्ट आरोप होते हुए भी उसको NHRC का चेयरमैन बना दिया । अब ऐसे लोग क्या न्याय देंगे ......??? खास तौर पर जब इस देश में मानवाधिकारों के मामले में बहुत ही संवेदनशील , दृष्टिकोण वाले व्यक्ति की जरुरत है .........

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  2. राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सतीश कुमार मित्तल के बारे में , लगभग 1 साल पहले , हमने सुना था कि पंजाब , हरियाणा , चंडीगढ़ के कोर्टों के लिए कुर्सियां खरीदी गई थी । ये जज साहब उस समिति के चेयरमैन थे। कुर्सी की असली कीमत थी लगभग 4000 रूपये और बिल बनाया गया 15000 का .... और बड़ी संख्या में कुर्सियां खरीदी गई थी । करोड़ों रूपये डकार गए थे ये सतीश कुमार मित्तल साहब .......और मुझे पूरा विश्वास है कि प्रॉफेस्सर वीरेंदर सिंह की , जमानत में एक करोड़ की हिस्सेदारी की बात सच है। और जनता की आवाज़ झूठ नहीं हो सकती ........???
    क्योंकि ये मित्तल, और वो गुप्ता , ......और बनिया लॉबी हाई कोर्ट में थोड़ी ताकतवर है, अपने जाती के लोगों को बचाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं । ये इस देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे भृष्ट आचरण वाले लोगों को , राजस्थान के हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बना दिया ...........ऐसे लोग क्या न्याय देंगे , जो खुद ही बिकने को तैयार बैठे हों .......

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  3. राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सतीश कुमार मित्तल के बारे में , लगभग 1 साल पहले , हमने सुना था कि पंजाब , हरियाणा , चंडीगढ़ के कोर्टों के लिए कुर्सियां खरीदी गई थी । ये जज साहब उस समिति के चेयरमैन थे। कुर्सी की असली कीमत थी लगभग 4000 रूपये और बिल बनाया गया 15000 का .... और बड़ी संख्या में कुर्सियां खरीदी गई थी । करोड़ों रूपये डकार गए थे ये सतीश कुमार मित्तल साहब .......और मुझे पूरा विश्वास है कि प्रॉफेस्सर वीरेंदर सिंह की , जमानत में एक करोड़ की हिस्सेदारी की बात सच है। और जनता की आवाज़ झूठ नहीं हो सकती ........???
    क्योंकि ये मित्तल, और वो गुप्ता , ......और बनिया लॉबी हाई कोर्ट में थोड़ी ताकतवर है, अपने जाती के लोगों को बचाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं । ये इस देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे भृष्ट आचरण वाले लोगों को , राजस्थान के हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बना दिया ...........ऐसे लोग क्या न्याय देंगे , जो खुद ही बिकने को तैयार बैठे हों .......

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