अमरावती
अमरावती पुलिस ने पांच जजों पर अपने ही साथी एक जज को खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। केस अमरावती जिले के चंदूर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया है। पिछले 6 मार्च को सिविल जज सीनियर डिविजन अनूप जवालकर ने ट्रेन के नीचे आकर अपनी जान दे दी थी।
मरने से पहले जज अनूप ने सूइसाइड नोट भी लिखा। इसमें कई वरिष्ठ न्यायिक अधिकारियों सहित जिले के एक सीनियर जज को इसके लिए दोषी ठहराया था। पुलिस स्टेशन इंचार्ज गिरीश बोबाडे ने बताया कि सूइसाइड नोट में यवतमाल के जिला जज डीआर श्रीसाव, लीगल सर्विस अथॉरिटी के सदस्य एसएम अगरकर, यवतमाल के सीनियर सिविल जज डीएन खड़से, यवतमाल चीफ जूडिशल मैजिस्ट्रेट आरपी देशपांडे और सीनियर सिविल जज एचएल मानवर का नाम है।
पुलिस को यह सूइसाइड नोट अनूप जवालकर के दरवहा स्थित सरकारी आवास से मिला है। पहले भी आशंका जताई जा रही थी कि अनूप जवालकर की खुदकुशी के पीछे की वजह मानसिक प्रताड़ना और आंतरिक राजनीति हो सकती है।
अमरावती पुलिस ने पांच जजों पर अपने ही साथी एक जज को खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। केस अमरावती जिले के चंदूर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया है। पिछले 6 मार्च को सिविल जज सीनियर डिविजन अनूप जवालकर ने ट्रेन के नीचे आकर अपनी जान दे दी थी।
मरने से पहले जज अनूप ने सूइसाइड नोट भी लिखा। इसमें कई वरिष्ठ न्यायिक अधिकारियों सहित जिले के एक सीनियर जज को इसके लिए दोषी ठहराया था। पुलिस स्टेशन इंचार्ज गिरीश बोबाडे ने बताया कि सूइसाइड नोट में यवतमाल के जिला जज डीआर श्रीसाव, लीगल सर्विस अथॉरिटी के सदस्य एसएम अगरकर, यवतमाल के सीनियर सिविल जज डीएन खड़से, यवतमाल चीफ जूडिशल मैजिस्ट्रेट आरपी देशपांडे और सीनियर सिविल जज एचएल मानवर का नाम है।
पुलिस को यह सूइसाइड नोट अनूप जवालकर के दरवहा स्थित सरकारी आवास से मिला है। पहले भी आशंका जताई जा रही थी कि अनूप जवालकर की खुदकुशी के पीछे की वजह मानसिक प्रताड़ना और आंतरिक राजनीति हो सकती है।
No comments:
Post a Comment