हम कई बार ये सोचकर परेशान हो जाते हैं कि --आखिर झूठे दहेज़, घरेलु हिंसा, गुजारा भत्ता के मुकदमों के पीड़ित पति परिवार, जोकि कई लाखों की गिनती से , करोड़ की संख्या को छु रहे है, साधन संपन्न भी हैं । लेकिन फिर भी , अंदर से इतने डरपोक, कमजोर, और नकली हो गए हैं कि --- वे इन कानून के दुरुपयोग, करने और करवाने वाले , कमीने, नकली, भृष्ट, दलाल, अय्याश लोगों का , स्थाई समाधान निकलने के लिए कुछ सार्थक कर सकें ...........???
आपके सुझाव और प्रतिक्रियाएं सादर आमंत्रित हैं ....
No comments:
Post a Comment