Wednesday, 13 April 2016

हिन्दुस्तान के कोर्ट में दलित जजों का होता है शोषण .......


. मैंने ऐसे कई मामले देखे हैं, जिनमें जज ( जिनमें अधिकतर ब्राह्मण या बनिया समुदाय से है , या इनके रिश्तेदार हैं । बाकि दूसरे तो नाम मात्र के हैं ), अपनी ताकत और रुतबे को कायम रखने के लिए, दलित जजों को प्रताड़ित करते हैं । कई मामलों में हमने देखा है कि दलित जज , नियत से ईमानदार होते हुए भी, अपवाद फैसला लेते हुए डरते हैं । जबकी दूसरे जज जिनके , जुगाड़ ऊपर तक हैं या जिनके माई बाप ऊपर हैं ,---वे कोई भी गैर कानूनी फैसला , बिना किसी डर के लिख देते हैं । न्यायपालिका में भी जातिवाद की जडें , बहुत गहरी फैली हुई हैं । दलित तबके के लोग कुछ बड़े पदों पर पहुँच तो गए हैं , लेकिन आत्मसम्मान की लड़ाई बाकि है । बाकि दूसरे कुछ लोगों को तो अपनी आदत के चलते, गरीब , पीड़ित , कमजोर और दलित तबके को सुबह, शाम गालियां दिए बिना, खाना ही हजम नहीं होता........!!!

No comments:

Post a Comment