Saturday, 7 January 2017

जो भी जज पद के अहंकार और घमंड में निर्दोष लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं , उनको अगर हमसे मुकाबला करना ही है तो .........

आइये .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

-- नौकरी छौड़कर हमारे साथ मुकाबला करने आये ...
-- और इन्होंने पद और पॉवर के बिना आज तक कितने लोगों की जिंदगी को मारने की बजाय बचाने का काम किया ...........???

निचली कोर्ट, हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों को खुली चुनौती ....... अगर इनके माँ बाप ने 1% भी अच्छे संस्कार दिए हों तो अपने काम से हमारे द्वारा किये जाने वाले काम से तुलना करने की हिम्मत जुटाएं .........

पिछले 4 महीनों के दौरान बिना किसी शुल्क के  लगभग 500 से ज्यादा  मरीज़ो को पीड़ा , बीमारी , तकलीफ से मुक्ति मिली ।  उनकी दुआएँ ही   हमारी असली ताकत है, जिन्होंने नारनौल के सेशन जज अरुण कुमार सिंघल  के द्वारा ( अपने जूनियर जजों के माध्यम से ) मेरी और मेरी माता जी की जेल में डालकर हत्या करवाने के षड्यंत्र के बावजूद हमें जिन्दा बचाया और आज हम जीवित हैं ।
मेरे पर और मेरी माता जी पर कितने भी झूठे आरोप लगा लें ......???

ये लोग ऐसे ही झूठे आरोप लगाते रहेंगे और हम अपना काम करते रहेंगे ....... और एक दिन हम इन लोगों से कई गुना आगे निकल जायेंगे ...... और हमारी बुराई करने वाले लोगों को , दूसरे लोग ही गलत कहना शुरू कर देंगे ।

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