Friday, 12 February 2016

ये लोग कर रहे , हमारे देश को अंदर से खोखला......., दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक .....!!!!! Part--II

आज हम आपको कुछ गहरे मुद्दों पर , जानकारी दे रहे है , जोकि हमारे देश , समाज को अंदर से खोखला करके , दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक तरीके से , नुकसान और बर्बादी की तरफ ले जा रहे है । कुछ जहर तेजी से फैला रहे है , तो कुछ धीमा जहर, हमे परोस रहे है। देश के जिम्मेदार नागरिक होने नाते , हम आप को इन लोगों और ऐसी ताकतों से अवगत करवा रहे है । इनके आलावा, आप के विचार में कोई और ऐसी बात हो, जिसे हम भूल वश नहीं लिख सके तो, सुधार के लिए, आप के सुझाव और प्रतिक्रियाएं .........सादर आमंत्रित हैं । हमे विश्वास है कि हम सच को सामने लाकर, न केवल आपको नयी जानकारी देंगे, बल्कि आप को प्रेरित भी कर सकेंगे, जिससे अच्छे लोग समाज और देश को बचाने के लिए आगे आ सकें, ताकि इन ताकतवर लोगों को, देश और समाज का और , नुकसान करने से रोक जा सके ।

अब हम आपको कुछ और लोगों, ताकतों और चीजों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो इस देश को अन्दर से खोखला कर रहे हैं , 
 
24) मुफ्तखोरी के लालच में, अवैध वसूली के उद्देश्य से कोर्ट में डाले जाने वाले दहेज़ प्रताड़ना, घरेलु हिंसा, गुजरा भत्ता, छेडा छाडी, बलात्कार के झूठे केस,
25) महिला आयोग जोकि आजतक इतना शोरशराबा और महिला सशक्तिकरण के नाम पर ड्रामा कर रहा है. भारी भरकम फण्ड भी खर्च दिखा रहा है. लेकिन शारीरिक और मानसिक विकलांग औरतों के लिए आजतक कुछ भी नहीं किया............??? और औरतें ये सोचती हैं कि महिला आयोग उनके भलाई के लिए काम कर रहा है .
26) इसी तर्ज पर महिला थाने, महिला सेल, प्रोटेक्शन ऑफिसर, भी जम कर अवैध वसूली करने की नियत से, लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर, निर्दोष लोगों को जेल भेजने का डर बनाकर, जमकर शोषण कर रहे हैं.
27) भ्रष्ठ जजों द्वारा, अपने खिलाफ आवाज को कुचलने के लिए, कंटेम्प्ट ऑफ़ कोर्ट एक्ट का दुरूपयोग करके, निर्दोष लोगों को डराना और जेल भेजने का डर दिखाकर मनमाने फैसले करना.
28) देश की अदालतों में अमीर और संपन्न लोगों को, तुरंत जमानत, कोई सजा नहीं, फैसले बदलकर सजा से मुक्त और हर तरफ से सहयोग................, लेकिन दिखावे के लिए गरीब का कानून के पालन के नाम पर, जम कर शोषण, जमानत नहीं देना और प्रताड़ित करना.
29) जजों की जबाबदेही नहीँ होना,
30) कानून दुरूपयोग पर जजों को कोई सजा नहीं होना और तानाशाही करने के लिए Judges प्रोटेक्शन एक्ट की सुविधा
31) न्यायपालिका के द्वारा ही, कानून का सबसे ज्यादा दुरूपयोग
32) न्यायपालिका के द्वारा भ्रष्ठ जजों को सजा से बचाना, और उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं करना,
33) न्यायपालिका के द्वारा जजों के खिलाफ मिली शिकायतों, को सार्वजानिक करने से रोकना,
34) न्यायपालिका द्वारा भगवान् से भी ईमानदार होने का दिखावा करना, लेकिन पर्दे के पीछे अवैध वसूली लेकर, मनमाने, गैर कानूनी फैसले देना,
35) कानून दुरूपयोग पर सजा नहीं होना और अवैध वसूली के उद्देश्य से न्याय के नाम पर दिखावा करना. इस कारण पुलिस और दुसरे लोगों में यह विशवास हो चूका है कि न्याय को आसानी से ख़रीदा जा सकता है
36) कानून दुरूपयोग के कारण, सरकार द्वारा, भारतीय परिवारों के टूटने के कारणों की जानबूझकर अनदेखी करना,
37) सरकारों के द्वारा देश में देशद्रोह, साम्प्रदायिकता के नाम पर जहर फ़ैलाने वाले, जाती विशेष के लोगों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करना .
देश और समाज को कमजोर और खोखला कर रहे हैं । अपने स्वार्थ, मुफ़्त का पैसा, अवैध वसूली के चलते, देश का वो नुक्सान कर रहे है, जिसकी भरपाई ही नहीं हो सकती...???

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