हरियाणा में जाटों की गुंडागर्दी आज से नहीं,.... पुराने वक्त से चली आ रही
है । इनके पास जमीने थी, सम्पन्न थे, राजनितिक पहुँच भी थी। इन्होंने इसी
का फायदा उठाकर , खाऊ पियु पोस्टों पर , प्रशाशनिक पोस्ट, पुलिस महकमे में
अपने लोग भर्ती किये, ..........फिर उनके माध्यम से , दूसरे लोगों को कमजोर
करने के लिए, उन पर मुक़दमे दर्ज करवाकर , उनको कमजोर करते हुए, उनका शोषण
किया। और खुद, मनमानी करते रहे। जितने भी मुख्यमंत्री बने, उन्होंने
जमकर जाटों को लाभ के पद दिए और उनको ताकतवर बनाया। अब ज्यादा ताकतवर हो
गये, तो भी इनको आरक्षण चाहिए। 21% जनसंख्या, 80% सरकारी नौकरियों पर
काबिज, सरकारी ठेके 90% इनके पास, हैं । और अब आरक्षण चाहिए ...??? और
क्या हमारी जान लोगे ......???
No comments:
Post a Comment