कल गुजारा भत्ता के केस में
नारनौल कोर्ट में मेरी तारीख थी . पत्नी को अपनी शिक्षा के सारे सर्टिफिकेट लेकर
आने थे . हमने कोर्ट को बताया कि – हमारे पास इसके सर्टिफिकेट्स की फोटोकॉपी हैं, ओरिजिनल तो इसके
पास हैं, सम्मान से उसको बुलवाया. पहले तो
उनके वकील ने जज को कहा कि – वो तो इस
मामले में कोर्ट में कुछ नहीं कहना चाहती . जब मैंने जोर दिया तो मजिस्ट्रेट ने
कहा कि – वो कोर्ट में आकर अपने बयान दे
कि -- वो इस मामले में कुछ नहीं कहना
चाहती . अब झूठ तो स्पष्ट रूप से पकड़ में
आ ही गया कि -- वो अपने सर्टिफिकेट कोर्ट के सामने क्यों नहीं पेश कर रही
...........???
वो आई और वकीलों के सिखाये हुए ड्रामे करने लगी .
झूठा मुकदमा करवाया जब तो बाप
बेटी बहुत खुश हुए थे कि – देखो..........!! हमने शादी में न तो गोद भराई , न ही कोई Vehicle,
न कोई मैरिज पैलेस, का खर्चा किया, खूब बेइज्जती करी, मुफ्त में ससुराल के एक लाख
खर्च से पढाई करी, मुफ्त में गुडगाँव में मकान मिल गया और फिर भी इस देश में कितना बेवकूफ सिस्टम है कि
-- फर्जीवाड़ा करके दहेज़ का झूठा मुकदमा
करवाया जा सकता है ....................???
दूसरा ये कि – उसने
40,000 /- रूपये गुजारा भत्ता माँगा था.
सपना तो ये था कि-- मेरे बाप ने इतनी पढाई
हूँ कि – मैं आधी तनख्वाह तो ले ही
लुंगी. गुडगाँव कोर्ट ने आदेश किया 1500 /-
प्रति महिना, नारनौल कोर्ट ने करा 750 /- प्रति महिना . सात साल हों गये, आजतक मिला
नहीं एक रुपया भी, न मकान मिला..............
जोकि उसके नाम था. बैंक ने नीलामी
करके बेच दिया . अगर ये मकान कैश में ख़रीदा होता, तो वो बेच कर भाग जाती और हम खत्म थे.
बौखलाहट में कोर्ट में जज
के सामने आधा घंटे तक वकीलों के सिखाये अनुसार खूब ड्रामे किये.
झूठ तो सामने आ ही चूका था
. उस समय कुछ वकील भी थे. हमने भी सब्र रखते हुए, मजिस्ट्रेट को
समझाया कि --- ये ड्रामे क्यों कर रही है ..........???
क्योंकी इसकी भाभी ने इनके नाक में दम कर रखा हैं और Frusteration, में ये ड्रामे
हों रहे हैं. जब कोर्ट में
फर्जीवाड़े हों रहे हों तो, कोर्ट और जज का काम तमाशा देखना नहीं है, उनका काम फर्जीवाड़े करने वाले, पक्ष के खिलाफ कार्यवाही करना है और अगर जज जानबूझकर कुछ न करे या उनको बचाए तो, उनके खिलाफ मुकदमे भी
बनते हैं. और ये
भी बता दिया कि – इस केस में बाप और बेटी दोनों को सजा भी होगी, जो जज बचायेंगे,
या फर्जीवाड़ा करेंगे उनको भी सजा होगी .
फिर हमने जज को ये भी समझाया कि – बच्चे का नाम अब तक गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड
रिकार्ड्स में दर्ज हों सकता था . इन वकीलों और नारनौल के भ्रष्ट जजों ने इस
बच्चे का कितना बड़ा नुकसान कर दिया है,
जिसकी भरपाई ही नहीं हों सकती . जज बोले ये
कैसे .......??? फिर हमने डिटेल में
समझाया. अब जज भी मेरी तरफ देखे ......
फिर हमने ये
बताया कि – जज साहब एक ब़ार ये सोचकर
देखना जब आपकी जॉब चली जाये, आपका खुद की मेहनत की कमाई से ख़रीदा हुआ मकान झूठे
दहेज़ के मुकदमे के कारण बिक जाये, शादी में आप ने न गोद भराई, न कोई वाहन, न कोई
मैरिज पैलेस का खर्च करवाया और फिर झूठा केस, उपर से जजों के फर्जीवाड़े
............ अगर ये आप के साथ हों, तो कैसा लगेगा ..............??? इन लोगों को सजा करवानी जरुरी हैं, नहीं तो ये किसी और शरीफ आदमी पर बलात्कार या
दहेज़ का झूठा केस करेगी........ .
फिर जज बोले कि—आपने अब तक क्या किया
..........??? हमने कहा कि हमारे संस्कार
अच्छे थे इसलिए आतंकवादी नहीं बना और किसी दुसरे के साथ ऐसा न हों इसलिए, हम ये
लड़ाई लड़ रहे हैं, पुलिस तो फर्जीवाड़ा करती ही है, लेकिन जब जज ही फर्जीवाड़ा करें
तो मामला और गंभीर हों जाता है. इसलिए, कुछ भ्रष्ट जजों का भी ईलाज करना जरुरी
है . ये भी बताया कि – नारनौल कोर्ट के वर्तमान जिला सेशन जज अरुण कुमार सिंगल को
भी सजा होगी . जो इसके दबाब में आकर गलत काम करेगा वो भी उलझेगा . जज को अन्दर तक सोचने को मजबूर कर दिया और मुझे 200 % विश्वास है कि –
आज रात को उस जज को नींद में भी मेरी बातें याद आ रही होंगी
................
सच के लिए संघर्ष करें,
अवैध वसूली न दें, जजों को भी सोचने को
मजबूर करें ............. उनको एहसास करवाएं ............... वक्त
लगेगा, जीत सच की ही होती है
...............
एहसास
करवाएं ............... वक्त लगेगा, जीत सच की ही होती है ...............