Sunday, 20 December 2015

हिंदुस्तान के जजों को जिम्मेदार बनाने के लिए, जजों की जबाबदेही कानून लाना बेहद जरूरी..................................


आदरणीय देशवासियों,
पिछले कुछ वर्षों में न्यायपालिका ने अपनी तानाशाही को बरकरार रखने के लिए,  जो बेशर्मी दिखाई है.  उस से ये साबित हो चूका है कि ---  ये लोग अपने रुतबे को कायम रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.........???   
 ये लोग अपने आप को इस तरह से पेश करना चाहते हैं कि — कोई भी इनसे सवाल जबाब न करे और देश की भोली भाली जनता इनको भगवान् की तरह इनकी पूजा करता रहे. 
 और  ये लोग जो मन में आये वो करते रहे.   
जिम्मेदारी निभाने की बात इनसे न की जाये.  
जनता को डराने के लिए कांतेम्प्त ऑफ़ कोर्ट एक्ट का सहारा लेकर और जेल भेजने का सहारा लेकर लोगों को डराया जाता है.

ये सारी खामियां हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था की देन हैं. जिसने हमें मानसिक गुलाम और डरपोक बनाया है और ज्ञान से वंचित रखकर, शोषण का शिकार बनाया है. शिक्षा व्यवस्था की कमियां दूर करने  के साथ-- साथ,  अब हमें देश में न्यायपालिका के फर्जीवाड़े और निर्दोष  लोगों की प्रताड़ना रोकने के लिए, अब हमें जजों की जबाबदेही सुनिश्चित करने वाला कानून,.............. बनाने की मांग पर जोर देना चाहिए. तभी न्यायपालिका जिम्मेदारी से काम करेगी.

भवदीय
Manojj Kr. Vishwakarma... न्याय--- पुरुष
Social Activist, RTI Activist & Scientist
A Responsible Citizen of Nation.......
09253323118
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2 comments:

  1. कानून दुरूपयोग पर, जब ड्राईवर को, डॉक्टर को सजा है, तो जजों को सजा क्यों नहीं .......???

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  2. I support your initiative.. Let me know-if my service's can be of any help.

    DN Tripathi, Advocate Supreme Court

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