Tuesday, 7 February 2017

तीसरी पुस्तक उस जानकारी के बारे में है जो हमें स्कूल कॉलेज में पढाई ही नहीं जाती ........

आइये .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....


अभी कई दिनों से हम गहराई से उन कारण पर विचार कर रहे हैं , जिनकी वजह से देश की अदालतों में मुकदमें धड़ा धड़ बढ़ रहे हैं , लेकिन कम नहीं हो रहे .......न्याय के नाम पर एक झूठा दिखावा या  नाटक जमकर किया जा रहा है ।

आदरणीय देशवासियों ,

निर्दोष लोगों की प्रताड़ना रोकने , देशवासियों को न्यायपालिका , पुलिस और व्यवस्था की असली समस्या से अवगत और जागरूक करने के उद्देश्य से हम 3 किताब लिख रहे हैं ।

-- दूसरी पुस्तक में हम मेरे खुद के अनुभव के बारे में लिख रहे हैं , झूठा केस, जेल, पुलिस, जज किस हद तक फर्जीवाड़े करते हैं ।
इस सच के सामने आने से देश दुनिया के करोड़ों लोगों को अन्याय, अत्याचार, झूठे मुकदमों से लड़ने की दिशा  और प्रेरणा मिलेगी । जो लोग मानसिक दबाब के चलते आत्महत्या कर रहे हैं , उनको हम मरने से बचा सकेंगे । इसके आलावा जजों के फर्जीवाड़े जोकि देश की जनता के सामने आ ही नहीं पाते, वो सच दुनिया के सामने आएगा तो जजों के फर्जीवाड़ों को रोकने के लिए जजों की जबाबदेही कानून भी बन सकेगा ।

-- तीसरी पुस्तक हम उस जानकारी पर लिख रहे हैं जोकि हमें स्कूल , कॉलेज में कभी पढ़ाई ही नहीं जाती, जिसके चलते निर्दोष लोगों का शोषण होता है। अगर ये सब जानकारी स्कूल कॉलेज में बच्चों को सीखा दी जाएं , तो वे अगले 50 साल तक इस जानकारी का सदुपयोग करेंगे ।

इस कदम  से न केवल भरष्टाचार पर रोक लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि व्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव भी आएगा । जापान , स्विट्जरलैंड जैसे देश ऐसे ही ताकतवर हुए हैं ।
इस संदर्भ में आप सभी के सुझाव और प्रतिक्रियाएँ सादर आमंत्रित हैं ।

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