Thursday, 1 June 2017

दुनियां में बड़े काम करने के लिए केवल --- प्रेरणा, ऊँचा मनोबल और सही दिशा का ज्ञान होना जरूरी..............

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

आदरणीय देशवासियों,

इस समय दुनियां के अधिकतर लोग अपने निजी  स्वार्थ और लालच की पूर्ति में लगे हुए हैं. और इसी लालच के कारण ही    हम मानवता से   दूर होते जा रहे हैं.
  हमारी मानसिक शांति खत्म   होती जा रही है.  ऐसे  माहौल के बीच,  इस स्वार्थी दुनियां में ऐसे भी लोग हैं, जो   मानवता के कल्याण में  अपना   सब कुछ लुटा कर भी लगे हुए हैं.  


किन हालातों ने मुझे सोचने को मजबूर
किया  ........  ???  

गुडगाँव में मेरे द्वारा पत्नी के नाम
ख़रीदे गए मकान, को   हड्फने के   लिए लालची ससुर और दुसरे लालची लोगों के द्वारा
अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए मेरे परिवार पर (पुलिस को रिश्वत देकर, मंत्री की
शिफारिश करवाकर) झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया . जब कि मैंने शादी के बाद अपनी
पत्नी को एक लाख रूपये खर्च करके पढाया , सादगी के चक्कर में हमने,  न हमने गौद भराई का खर्च करवाया, न शादी में
मैरिज पैलेस, केवल 70 बाराती. नशा मैं करता नहीं , मारा पीटी का तो सवाल ही नहीं
...........!!!  क्योकि मेरा लगभग 80 लाख
का जीवन बीमा था,  मकान  का भी बीमा था . ससुराल वाले लालच में आ गए कि
मकान तो हमारा है ही और मरने के बाद किश्त भी नहीं भरनी पड़ेगी, इसलिए रात को डेढ़
बजे मेरे अंडकोष पर चाकू से जानलेवा हमला . बच्चे का भी जानबूझकर लापरवाही के कारण
स्वस्थ ख़राब रहने लगा.  लेकिन इन कसाइयों
को तो सिर्फ मेरी कमाई  से मतलब था . लालची
ससुर और उसकी गद्दार बेटी ने तो ये शादी मुझे एटीएम मशीन ही समझकर की थी.  इस केस के कारण मेरी नौकरी चली गई और कैरियर ही
चोपट हो गया. जेल में मैंने उन निर्दोष लोगों की व्यथा देखी,  जिनको हमारी व्यवस्था ने अवैध वसूली के लिए,  मजबूर करके जेल में डाल दिया है . मैं क्योकि
अत्यंत Positive सोच का व्यक्ति हूँ, 
इसलिए मुझे न्यायपालिका पर पूरा  विशवास था कि – मुझे न्यायपालिका से न्याय मिलेगा
और कानून दुरूपयोग करने वालों को सजा भी होगी  . 
कांग्रेस सरकार में तो प्रधानमंत्री राष्ट्रपति से लेकर निचे तक,   सब कुछ
बिक चूका था और सब लोग अवैध वसूली में व्यस्त थे.

न्यायपलिका के फर्जीवाड़े देखकर तो
दिमाग और हैरत में है कि — देश की जनता कितनी बड़ी ग़लतफ़हमी में जी रही है.................???
इनके फर्जीवाड़े तो सबसे ज्यादा खतरनाक हैं और देश और समाज के लिए सबसे ज्यादा
नुकसानदायक है , जिसकी भरपाई,  कभी भी नहीं,
 की जा सकती .  न्यायपालिका से ज्यादा गैरजिम्मेदार कोई विभाग
है ही नहीं .............!!! दिखावा ऐसा कि हम भगवान  से भी ज्यादा गंभीर, जिम्मेदार और ईमानदार और
हकीकत में सबसे बड़े भ्रष्टाचारी ..........!!! इसलिए न्यायपालिका के भ्रष्टाचार के
पीछे पड गए. कोशिशों से कई अच्छे काम  भी
हुए,  जिसका फायदा एक आम   नागरिक
को होता रहेगा.

बिना Power, Position और पैसे के हमने
लड़ाई शुरू की तो, मनीष वशिस्ठ भाई साहब जैसे वकील भी मिल गए जिन्होंने हिम्मत करते
हुए नारनौल की कोर्ट में ही नारनौल के ही सेशन जज के खिलाफ 420 का मुकदमा डाला
.  हमें हताश करने और मानसिक रोप से तोड़ने
के लिए फर्जीवाड़े  करके जेल भी डाला, लेकिन
हमारे हिम्मत के आगे उनकी चालाकियां नहीं चल सकी . और अब उन जजों को डर भी लगने
लगा है कि—ये सरफिरे उपना तो गवां ही चुके हैं, कहीं ये तुम्हारा कैरियर ही चोपट न
कर दें ......................???


मेरा अनुभव आधारित सुझाव 
आप अपने सामर्थ्य अनुसार बुराई का विरोध जरूर करें, चाहे आप के पास साधन,
ताकत या पैसा न हो, लेकिन सिर्फ आपका हौसला कई बड़े ऐतिहासिक काम  कर सकता है जिससे, दूसरों को न केवल प्रेरणा,
बल्कि दिशा भी मिलती रहेगी...........................  

Appeal.................
May 16, 2014 at 2:20am
आदरणीय देशवासिओ,
फेसबुक पर मुझे ब्लॉक कर दिए जाने के कारण मैं आपकी Friend Request स्वीकार भी नहीं कर पा रहा हूँ . इसलिए आप से विनती है की हमसे जुड़ने के किये Follow करें . Groups से जुड़ने के लिए Request स्वीकार की जा सकती हैं. अलग-2 विषयो की अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग, ग्रुप्स और पेज को पढ़ें .आप से निवेदन है कि ग्रुप्स
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आपका
भवदीय
Manojj Kr. Vishwakarma... न्याय--- पुरुष
Social Activist, RTI Activist & Scientist
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.---अन्ना के सिपाही

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