Monday, 31 July 2017

हमें बहुत ज्यादा दुःख होता है जब दहेज़ झूठे मुकदमों के शिकार लोग ये कहते हैं कि --

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....



सरकार ये कानून बदल देगी..........., सुप्रीम कोर्ट ये कर देगा............., संसद ये कर देगी ..........., पुरुष आयोग बन जायेगा..............,  दहेज़ और बलात्कार के झूठे मुकदमें बंद हो जायेंगे............... ,  सुप्रीम कोर्ट झूठे मुकदमों पर रोक लगा देगा.................,  झूठे केस पर औरतों को सजा हो जायेगी ..........

जबकि सच तो ये है ये सपना  कभी भी साकार नहीं होने वाला क्योंकि ---
-- जिस देश के लोग इतने नकली हो चुके हों जोकि अपने दर्द के समाधान के लिए ही अपनी आवाज बुलन्द नहीं करना चाहते ............... ,

-- जिस देश के जज ही न्याय के सबसे बड़े सौदेगार हों

-- जिस देश के लोग औरतों के बदन को छूने का मौका पाने के लिए,   बिना सच को जाने,    बिना सोचे समझे , उनकी तरफदारी करने और उनकी खुशामद के लिए , किसी भी हद तक कोई भी बेवकूफी (  जैसे कि उस औरत के कहने भर से ही किसी भी पुरुष पर अपनी पहलवानी दिखाना आदि )
जैसे मूर्खता वाले कारनामे करने को 24 घंटे तैयार रहते हों

--  जिस देश के लोग विदेशी फंडिंग पर पलने वाली 100 नकली औरतों का ड्रामे  का जबाब देने के लिए 70 करोड़ में से 1000  पुरुष सड़क पर नहीं उत्तर सकते,..............   तो  क्या उस देश और समाज में कभी भी कोई बदलाव आएगा .....???

 क्या ऐसे समाज और देश में बुराई पर रोक लगेगी ......???

आईये ...... जाने कि महिला सैल (#CAW) को कैसे संभाला जाए .........?????

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

Share as much as possible, save as many as possible"
#498A



1. जब भी महिला सेल से कोई फोन आए तो उनको बहुत ही निम्र स्वभाव से बोलो की महोदय पत्र भेज दीजिये ।
2. जब भी महिला सेल से कोई भी पत्र आए तो उपेक्षा मत करो ले लो ।
3. जब भी महिला सेल से कोई भी कर्मचारी खुद आ कर पत्र दे तो ले लेना चाहिए ।
4. महिलासेल पत्र सिर्फ एक प्रार्थना पत्र होता है ना की कोई सम्मन ।
5. कानूनी रूप से जरूरी नहीं की आप जाए या आप का कोई परिवार का सदस्यभी जाए ।
6. घबराने की कोई जरूरत नहीं आपको गिरफ्तार नहीं किया जाएगा ।
7. महिला सेल सिर्फ एक बातचीत करने की जगह है जहां पर कुछ सरकारी कर्मचारी आपकी पत्नी वाइफ़ की शिकायत पर आपको ओर आपके परिवार को बुलाते है ओर कोशिश करते है की समझोता हो जाए ।
8. समझोते से मतलब है की या तो आप पत्नी की बात मानो ओर उसके द्वारा लगाए गए झूटे आरोप मानो नहीं तो आपके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज़ की जाएगी ।
9. महिला सेल केवल महिलाओं के लिए है इसलिए आपकी बात वहाँ कोई नहीं सुनेगा ।
10.कोई भी प्रमाण न दे ।
11. शिकायत की नकल की मांग करे अगर मिल जाए तो ठीक नहीं तो सूचना के अधिकार के द्वारा मांग करे ।
12.किसी भी कोरे कागज पर हस्ताक्षर न करे ।
13.जब तक जरूरी न हो किसी को भी जाने की जरूरत नहीं ।
14.स्त्रीधन की लिस्ट को ले ले ओर देख ले की हर पेज पर लड़की ने हस्ताक्षर करा हो । लेकिन साथ ही वहाँ पर लिख दे की लिस्ट दहेज निषेध अधिनियम 2 के अनुसार नहीं है ओर न ही ठीक तरह से बनी हुई है ओर न ही असली बिल लगे हुए है ।
15.स्त्रीधन की सूची कानून से हिसाब से नहीं बनी है । ओर जो गिफ्ट लड़की को लड़के ओर उसके परिवार, रिश्तेदारो और दोस्तो से मिले है वो भी सूची में नहीं है। । जब लड़की ने घर छोड़ा था तब वो अपना सारा समान ले गयी थी जेसे की जेवर, कपड़े, महंगे समान आदि । कुछ सामान है जो की निमंलिखित है ओर में देने के लिए तयार हूँ ।
16.90 प्रतिशत शिकायत प्राथमिकी में बदल जाती है ।
17.2 या 3 तारीख के बाद आपको पता चल जाएगा की प्राथमिकी हो सकती है ।
18.जितनी जल्दी हो सके अग्रिम जमानत ओर आदेश जमानत आदि के लिए आवेदन कर दे ।
19.कभी भी झूठ न बोले या झूठा सबूत या झूठा गवाह न दे । हो सके तो सच पर कायम रहे । जो सच बोलते है भगवान उनके साथ होता है ।
20.लेकिन बोले वही जो बोलना चाहते है कुछ ओर न बोले । डर या तनाव की वजह से कुछ झूठ न बोले । अगर साथ में नहीं रहना तो नहीं रहना है ओर रहना है तो रहना है ।
21.जांच अधिकारी का फोन नंबर हमेशा साथ रखे ताकि वो आपको ओर आप उसको समय समय पर अपना विवरण बताते रहे । एक बात हमेशा याद रखे की कभी भी जाँच अधिकारी को रिश्वत देने की कोशिश न करे। एक गलत कदम आपको मुसीबत में दाल सकता है ।
22.स्थानीय बैठक में आते रहे, लोगो से मिलते रहे, जानकारी लेते रहे, आदि ।
23.इस समय आप काफी तनाव में होते है इसलिए अपने आपको व्यस्त रखे जितना हो सके मजे करे सोचने से ओर रोने से कुछ नहीं होता ।
24.इस दौरान कभी भी मुकदमा न डाले । खासतोर से हिन्दू विवाह अधिनियम के अंतर्गत कोई भी मुकदमा न डाले ।
25.अगर कोई बच्चा या बच्चे है तो बोले मुझे उनसे मिलना है

शुक्रिया ...... मद्रास हाई कोर्ट .............

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

शुक्रिया ..... मद्रास हाई कोर्ट , पति की जिम्मेदारियों को समझने के लिये ......
चंडीगढ़ हाई कोर्ट के जजों का इस विषय में मार्गदर्शन करने का कष्ट करें । 

Sunday, 30 July 2017

आईये .... जाने अपने देश के लोग सच्चाई , और शराफत पर विश्वास क्यों नहीं करते ........????

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....


हिन्दुस्तान का इतिहास गवाह है कि -- यहाँ के लोगों ने हमेशा
-- सच को वक्त पर समझा ही नहीं
-- लच्छेदार , लुभावने वादों और असंभव वायदों पर ही विश्वास किया
-- स्वार्थी और चालाक लोगों ने हमेशा भोली जनता को ठगा , फिर ठगा,  फिर ठगा , फिर ठगा । क्योंकि सच में सादगी होती है जिस पर इस देश के लोग केवल मजबूरी में ही भरोसा करते हैं , मन से विश्वास नहीं ।
-- इस देश में जिस किसी को कभी भी जनता ने, या संविधान ने या फिर कानून ने ज्यादा ताकत और अधिकार दिए, उसने हमेशा जनता का शोषण और अत्याचार ही किये ।

इस देश के इतिहास का कोई भी उदाहरण उठा लो , हमारी ये बात आपको 200 % सच लगेगी ।

If your case is pending in Court, and case documents destroyed by Police, then What you should do ...............?????

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

It happens many times Police does frauds in your cases, destroy the documents which were to be produced as evidence in Court in your favour. Here is what you should do under such circumstances ........???

If your case is pending in Court, and case documents destroyed by Police, then What you should do ...............?????     Please read the documents, ( copies of guidelines )  departmental action against concerned Police officers and Contempt case can be initiated .    












Saturday, 29 July 2017

झूठे दहेज़ के मुकदमें में फँसाने वाली पत्नी और उसके परिवार के खिलाफ, हर पति कम से कम 5 मुकदमें ड़ाल सकता है ............

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....


झूठे दहेज़ के मुकदमें में फँसाने वाली पत्नी और उसके परिवार के खिलाफ, हर पति कम से कम 5 मुकदमें ड़ाल सकता है ............

जब तक अपने दुष्ट  सास ससुर, साले, और पत्नी को उलटे मुकदमेबाजी में उलझाकर ,  सबक नहीं सिखाएंगे, तब तक झूठे मुकदमों में निर्दोष लोग ऐसे ही मरते रहेंगे .......

कल फरीदाबाद में पुरुष अधिकार संघर्ष मौर्चा टीम के साथ मीटिंग हुई , जिसमें फरीदाबाद की टीम के भाई लोगों के साथ मुलाकात  का अवसर प्राप्त हुआ ।  हम सभी ने मिलकर ये निर्णय लिया है कि -- पत्नी परिवार के खिलाफ उलटे मुकदमें ठोक कर उनको सबक सिखाया जाये तो झूठे मुकदमों में काफी हद तक गिरावट लाई जा सकती है ।  और ये सब सम्भव होगा कार्यशाला से , जिसमें हम पीड़ित पति परिवार के लोगों के  उनकी  पत्नी, सास, ससुर, साले के खिलाफ मुकदमें थोक में डाले जाएं । हर पति कम से कम 5 मुकदमें ड़ाल सकता है , और हो सके तो खुद ही लडें । पूरे देश के पीड़ित पति परिवार  के लगभग 2 करोड़ मुकदमें तैयार करवाने हैं, बहुत सारे पत्नी परिवार के लोगों को सजा भी होगी, और पति परिवार को नुकसान की भरपाई भी मिलेगी । ये सब कैसे सम्भव होगा......??? ये सब कार्यशाला में सिखाया जायेगा ........

जल्द ही कार्यशाला की जानकारी आपको मिलेगी ........

जो लोग झूठे दहेज के मुकदमों के शिकार हैं, वे समाज की इस कड़वी सच्चाई से अच्छी प्रकार परिचित होंगे कि ---

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....



जब उनके खिलाफ शिकायत पुलिस के पास गई थी तो उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज करवाने में किन लोगों की भूमिका थी .........?????
आपके अपने सगे परिवार के लोग , रिश्तेदार, सामाजिक प्रधान, महिला पुलिस, वकील, महिला समाजसेवी,   तथाकथित समाजसेवी, सरपंच , छुटभैये नेता आदि । यही सब लोगों ने ही तो आपको फंसा कर कमजोर करने में अपनी भूमिका निभाई, फिर घर बसाने और वंश चलाने का बहाना बनाकर आपसे समझौते के नाम पर बड़ी रकम वसूली, अपनी दलाली खाई और आप के परिवार पर ये एहसान भी जाता दिया कि -- हमनें इनका मामला निपटवाया ।
अब सुप्रीम कोर्ट के अनुसार जो समिति  बनेगी उसमें जज अपने चहेतों को भरेंगे , और मनमर्जी से रिपोर्ट तैयार करवाएंगे । लीगल ऐड में क्या फर्जीवाडे होते हैं .......??? ये हम जानते हैं । कही पर भी दस बीस लोगों को बिठाकर फ़ोटो खींची और अखबार में प्रेस नोट देकर खबर छपवा दी । हर महीने करोड़ों रूपये डकारे जा रहे हैं लीगल ऐड के नाम पर , जरूरतमंद को वकील ही नही मिलता ........???  और अगर मिल भी गया तो काम नहीं करता, क्योंकि उसको लीगल ऐड में सेटिंग से रखा जाता है जो उनकी जी हजूरी करें वर्ना लीगल ऐड से बाहर .......

जो लोग झूठे दहेज के मुकदमों के शिकार हैं, वे समाज की इस कड़वी सच्चाई से अच्छी प्रकार परिचित होंगे कि ---

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....



जब उनके खिलाफ शिकायत पुलिस के पास गई थी तो उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज करवाने में किन लोगों की भूमिका थी .........?????
आपके अपने सगे परिवार के लोग , रिश्तेदार, सामाजिक प्रधान, महिला पुलिस, वकील, महिला समाजसेवी,   तथाकथित समाजसेवी, सरपंच , छुटभैये नेता आदि । यही सब लोगों ने ही तो आपको फंसा कर कमजोर करने में अपनी भूमिका निभाई, फिर घर बसाने और वंश चलाने का बहाना बनाकर आपसे समझौते के नाम पर बड़ी रकम वसूली, अपनी दलाली खाई और आप के परिवार पर ये एहसान भी जाता दिया कि -- हमनें इनका मामला निपटवाया ।
अब सुप्रीम कोर्ट के अनुसार जो समिति  बनेगी उसमें जज अपने चहेतों को भरेंगे , और मनमर्जी से रिपोर्ट तैयार करवाएंगे । लीगल ऐड में क्या फर्जीवाडे होते हैं .......??? ये हम जानते हैं । कही पर भी दस बीस लोगों को बिठाकर फ़ोटो खींची और अखबार में प्रेस नोट देकर खबर छपवा दी । हर महीने करोड़ों रूपये डकारे जा रहे हैं लीगल ऐड के नाम पर , जरूरतमंद को वकील ही नही मिलता ........???  और अगर मिल भी गया तो काम नहीं करता, क्योंकि उसको लीगल ऐड में सेटिंग से रखा जाता है जो उनकी जी हजूरी करें वर्ना लीगल ऐड से बाहर .......

अभी सुप्रीम कोर्ट ने दहेज़ के मुकदमों में फैमिली वेलफेयर कमेटी का जो आदेश दिया है , उसमें बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा होगा .........

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....


क्योंकि
--- हिन्दुस्तान के जज पुलिस से कई गुना ज्यादा बड़े भृष्ट हैं ।
--- अब पुलिस को बीच से हटाकर,  जजों के लिए दलाली का रास्ता खोल दिया है ।
--- अब भृष्ट और खाऊ पिऊ जजों की मौज हो गई , अवैध कमाई का नया रास्ता खुल गया है ।

सुप्रीम कोर्ट ने दलाली का नया रास्ता बनाकर पुलिस को बीच से हटा दिया   । अब ये समिति सेशन जज के इशारे पर काम करेगी । जज अपनी मर्जी से केस की रिपोर्ट बनवायेंगे । जो पैसे दे देगा वो बच  जायेगा , वर्ना केस की प्रताड़ना भुगतेगा ।

पूरी दुनिया में ऐसी बेवकूफी का शायद ही कोई नमूना मिलेगा ....... जैसा कि साक्ष्य अधिनियम की धारा 113 A ........

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

 आईये जाने क्या है फर्जीवाड़ा ........???

498a के दुरूपयोग का दूसरा सबसे बड़ा कारण है एविडेंस एक्ट की धारा 113 A .......... इस धारा में ये प्रावधान कर दिया कि केवल औरत के बयां के आधार पर ही व्यक्ति को दोषी मान लिया जायेगा , जबकि न्याय व्यवस्था में किसी भी व्यक्ति को दोषी केवल तब माना जायेगा जब वो आरोप सिद्ध हो जायेगा । यही प्रावधान वकीलों और भृष्ट जजों की आसान कमाई का जरिया बन गया ।  ये सब कांग्रेसियों की घटिया सोच के परिणाम हैं, जिनका उद्देश्य ही आम जनता को उलझाकर, डराकर, बेवकूफ बनाकर, जाती धर्म, स्त्री पुरुष  के नाम पर बांटकर अपना स्वार्थ साधना रहा है ।
अगर 498a में 113 A का प्रावधान हो ख़त्म कर दो तो ही बहुत सारे मुकदमें  अपने आप ही ख़त्म .........

498a को बनाया ही बदनीयती से था .....तो लोगों को न्याय कहाँ से मिलेगा ........???.

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

498a को बनाया ही बदनीयती से था .....तो लोगों को न्याय कहाँ से मिलेगा ........???. आईये जाने कैसे ......????

संविधान के आर्टिकल 15 ने ये कभी भी नहीं कहा कि ---  कोई भी ऐसा विशेष कानूनी प्रावधान ऐसा हो जोकि नागरिक के आर्टिकल 21 के तहत अधिकारों का हनन करे । ये प्रावधान बदनीयती से आर्टिकल 15 की गलत व्याख्या करके बनाये गए थे , तो उसी का नतीजा देश के निर्दोष लोग भुगत रहे हैं ।

केवल 3 महीने में दहेज़ के झूठे मुकदमें रुक जाएं , अगर न्यायपालिका की ईच्छाशक्ति हो तो .......

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....
..

हिंदुस्तान में दहेज़ के झूठे मुक़दमे उस दिन रुकेंगे जब ......

-- शिकायत करने वाले को शादी में हुए खर्च के सबूत जमा करवाना जरूरी किया जायेगा ।

-- जब शिकायत करने वाले को शादी में किये गए खर्च के स्त्रोत का सबूत देना जरूरी किया जायेगा ।

--जब शिकायतकर्ता से एफिडेविट भी लिया जायेगा कि शिकायत में कोई भी जानकारी झूठी पाये जाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही और सजा  की जायेगी ।

--अगर शिकायत झूठी पाई गई तो झूठे केस के कारण हुए नुकसान की भरपाई , शिकायकर्ता के साथ 2 केस दर्ज करवाने में भूमिका निभाने वाले पुलिस, और जानबूझकर झूठा मुकदमा चलाने वाले जज से की जाएगी ।

-- जो भी लोग इन मुकदमों से , सबूतों के आभाव में बरी हुए हैं , वे अपने नुकसान की भरपाई के लिए सरकार पर मुकदमें ठोकें ।

--जब तक पहले 4 पॉइंट के सबूत न हों , और पति पक्ष से सबूत लिये बिना मुकदमा दर्ज नहीं हो

-- किसी भी शिकायत पर कार्यवाही की जांच वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ ही हो ।

-- मुकदमा वापिस लेने वाली औरतों को जुर्माना और सजा हो ।
-- शिकायकर्ता पर दहेज देने का भी मुकदमा दर्ज हो ।
इस देश में केवल 3 महीने में झूठे केस करने और करवाने वाले लोगों की नींद हराम न हो जाये तो हमें कहना ....... लेकिन जज ही नहीं चाहते कि -- ये मुकदमें ख़त्म हों । अगर ऐसा हो जायेगा तो फिर जजो की  दो नंबर की कमाई कहाँ से आएगी .........???

हिंदुस्तान में दहेज़ के झूठे मुक़दमे उस दिन रुकेंगे जब ......

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....



-- शिकायत करने वाले को शादी में हुए खर्च के सबूत जमा करवाना जरूरी किया जायेगा ।

-- जब शिकायत करने वाले को शादी में किये गए खर्च के स्त्रोत का सबूत देना जरूरी किया जायेगा ।

--जब शिकायतकर्ता से एफिडेविट भी लिया जायेगा कि शिकायत में कोई भी जानकारी झूठी पाये जाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही और सजा  की जायेगी ।

--अगर शिकायत झूठी पाई गई तो झूठे केस के कारण हुए नुकसान की भरपाई , शिकायकर्ता के साथ 2 केस दर्ज करवाने में भूमिका निभाने वाले पुलिस, और जानबूझकर झूठा मुकदमा चलाने वाले जज से की जाएगी ।

-- जो भी लोग इन मुकदमों से , सबूतों के आभाव में बरी हुए हैं , वे अपने नुकसान की भरपाई के लिए सरकार पर मुकदमें ठोकें ।

--जब तक पहले 4 पॉइंट के सबूत न हों , और पति पक्ष से सबूत लिये बिना मुकदमा दर्ज नहीं हो

-- किसी भी शिकायत पर कार्यवाही की जांच वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ ही हो ।

-- मुकदमा वापिस लेने वाली औरतों को जुर्माना और सजा हो ।
-- शिकायकर्ता पर दहेज देने का भी मुकदमा दर्ज हो ।
इस देश में केवल 3 महीने में झूठे केस करने और करवाने वाले लोगों की नींद हराम न हो जाये तो हमें कहना ....... लेकिन जज ही नहीं चाहते कि -- ये मुकदमें ख़त्म हों । अगर ऐसा हो जायेगा तो फिर जजो की  दो नंबर की कमाई कहाँ से आएगी .........???