Monday, 19 February 2018

हमे 500 % विशवास है कि -- हिंदुस्तान में झूठे मुकदमों में फंसाकर, अवैध वसूली का धंधा यो ही बढ़ता रहेगा ...........................

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

इस देश में महिला आयोग, महिला सेल, जिला संरक्षण अधिकारी पदों पर बैठी महिलाओं का धंधा और दिन दोगुनी रात चौगनी प्रगति करता रहेगा ........... क्योंकि .......................
झूठे दहेज़, भीख भत्ता, घरेलु हिंसा के मुकदमों के शिकार पति, व्यवस्था के भ्रष्टाचार के चलते......... मानसिक रूप से इतने कमजोर हो चुके हैं कि .............
 उन्होंने अपने दुश्मनों को का ईलाज करने की सोच ही ख़त्म हो चुकी है .....
 वकीलों को लाखों रूपये देकर, अपनी बार 2, ऐसी तैसी करवाने में ही खुश हैं ........
 मुफ्त में इनको कुछ सिखाने की कोशिश करो, तो भी शक करेंगे ...............
 पैसे लेकर करो तो ज्यादा खुश रहते हैं .............
 वैसे रोना रोते रहेंगे कि – वे तो लुट पिट चुके हैं ...........
 ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाने में मदद करो तो भी इनको समझ नहीं आता ..........
 पूरे देश में कोई भी वकील, पुलिस. जज इनको ससुराल वालों के खिलाफ, [ सिर्फ लागत पर ] मुकदमे तैयार करने और लड़ने में मदद नहीं करता, कोई मदद करना चाहता है, तो भी ये लोग सोचते हैं ..............
इनके इन हालातों, नकारात्मक सोच, आलसीपने को देखकर, लगता है कि – जब ये लोग खुद ही मरने, शोषण करवाने, लुटने के लिए तैयार बैठे हैं तो भगवान् भी धरती पर खुद पधार कर भी इनका भला नहीं कर सकेंगे ................
और महिला आयोग, महिला सेल, जिला संरक्षण अधिकारी पदों पर बैठी महिलाओं का धंधा और दिन दोगुनी रात चौगनी प्रगति करता रहेगा l...........

इस देश में महिला आयोग, महिला सेल, जिला संरक्षण अधिकारी पदों पर बैठी महिलाओं का धंधा और दिन दोगुनी रात चौगनी प्रगति करता रहेगा , क्योंकि ...

आईये.... .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....
झूठे दहेज़, भीख भत्ता, घरेलु हिंसा के मुकदमों के शिकार पति, व्यवस्था के भ्रष्टाचार के चलते......... मानसिक रूप से इतने कमजोर हो चुके हैं कि .............
 उन्होंने अपने दुश्मनों को का ईलाज करने की सोच ही ख़त्म हो चुकी है .....
 वकीलों को लाखों रूपये देकर, अपनी बार 2, ऐसी तैसी करवाने में ही खुश हैं ........
 मुफ्त में इनको कुछ सिखाने की कोशिश करो, तो भी शक करेंगे ...............
 पैसे लेकर करो तो ज्यादा खुश रहते हैं .............
 वैसे रोना रोते रहेंगे कि – वे तो लुट पिट चुके हैं ...........
 ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाने में मदद करो तो भी इनको समझ नहीं आता ..........
 पूरे देश में कोई भी वकील, पुलिस. जज इनको ससुराल वालों के खिलाफ, [ सिर्फ लागत पर ] मुकदमे तैयार करने और लड़ने में मदद नहीं करता, कोई मदद करना चाहता है, तो भी ये लोग सोचते हैं ..............
इनके इन हालातों, नकारात्मक सोच, आलसीपने को देखकर, लगता है कि – जब ये लोग खुद ही मरने, शोषण करवाने, लुटने के लिए तैयार बैठे हैं तो भगवान् भी धरती पर खुद पधार कर भी इनका भला नहीं कर सकेंगे ................
और महिला आयोग, महिला सेल, जिला संरक्षण अधिकारी पदों पर बैठी महिलाओं का धंधा और दिन दोगुनी रात चौगनी प्रगति करता रहेगा ...........