Tuesday, 7 March 2017

शुक्रिया .....दैनिक भास्कर ....मेरी आवाज़ को बुलंद करने के लिए .....

आइये .....!!! भारत बदलें .... Let's Change India ....

मेरी आवाज़ को बुलंद करने के लिए ......

आदरणीय देशवासियों, 
अभी कुछ महीनों पहले हमने RTI से जाटों की सरकारी नौकरियों में %  भागीदारी को लेकर सुचना का डेटा इकट्ठा करके National Commission for Backward Classes , New Delhi को दिया था। उस डेटा के आधार पर ही पिछड़ा आयोग ने रिपोर्ट पेश की थी कि  जाट बिरादरी को पिछड़ा वर्ग आरक्षण नहीं मिलना चाहिए । फिर ये मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में गया , वहाँ से भी इस डेटा की केस जितने में बड़ी भूमिका रही और सुप्रीम कोर्ट ने जाटों को आरक्षण देने से मना  कर दिया ।  फिर ये केस हाई कोर्ट चंडीगढ़ में डाला गया,  हरियाणा के पुलिस के DSP का जातिवार डेटा जज साहब ने देखा और कोर्ट ने ओरिजिनल डेटा की मांग की, तो हम उस डेटा को लेकर कल हाई कोर्ट में पेश हुए थे।

अब मेरी और मेरे परिवार की जान को खतरा है क्योंकि -- इस डाटा ने ही जाटों को हराया , इसलिए, रंजिश के चलते कुछ भी कर सकते हैं। जब स्कूल तक जला दिये, लोगों के घर जला दिए, औरतों के बलात्कार तक हो गए, तो मेरे साथ भी कुछ भी कर  सकते हैं या किसी से करवा सकते हैं । इसलिये, हम हाई कोर्ट में अब सुरक्षा के लिए याचिका लगा रहे हैं ।